विकास वाजपेयी
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर या नवम्बर में होने की संभावना जतायी जा रही है। चुनाव को लेकर बिहार का राजनैतिक माहौल गरम है। पहले केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान द्वारा यहां से विधानसभा चुनाव लड़ने। इसके बाद मतदाता सूची पुनरीक्षण के विरोध में महागठबंधन के प्रदर्शन से आम लोगो के बीच चुनावी रंग चढ़ गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने के लिए 18 जुलाई शुक्रवार को बिहार पहुंच रहे है। इसके बाद इस चुनावी रंग के और चटक होने की संभावना जतायी जा रही है। माना जा रहा है कि यहां सभा के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मतदाता सूची को लेकर महागठबंधन द्वारा चलाये गये चुनावी अस्त्र को भोथरा कर सकते है।
एनडीए के लिये लाभदायक हो सकता है मोदी का कार्यक्रम

जानकार लोगों की मानी जाये तो 18 जुलाई को होने वाली प्रधानमंत्री की यह सभा बिहार में एनडीए गठबंधन के लिए चुनावी टानिक का भी काम कर सकती है। बताते चले कि पिछले दिनो महागठबंधन की तरफ से मतदाताओं के सत्यापन को लेकर चुनाव आयोग के आदेश के खिलाफ महागठबंधन द्वारा अपने पक्ष में जो माहौल बनाया गया। उसकी काट के लिए एनडीए पूरी ताकत लगाये है। ताकि महागठबंधन की रणनीति को फेल कर जल्द ही एनडीए के पक्ष में माहौल बनाया जा सके। सोशल मीडिया पर भाजपा तथा जदयू के लोग सक्रिय है। अब प्रधानमंत्री की यह प्रस्तावित रैली एनडीए के लिए काफी लाभ दायक साबित हो सकती है।

जनता से सीधे कनेक्ट करने के लिये होगा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण
राजनीति के जानकारी की मानी जाए तो बिहार विधानसभा चुनाव की गहमा गहमी तेज हो गई है। विपक्षी दलों के साथ साथ राज्य में सत्ता धारी दल एंटी-इन्कंबेन्सी की चुनौतियों से पार पाने के लिए नई योजनाओं के साथ विकास कार्यों की घोषणाएं कर रहे हैं। इसी वर्ष होने वाले राज्य चुनाव के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं। पहले भी प्रधानमंत्री राज्य को विकास कार्यों के लिए पैकेज की घोषणा कर चुकें है। एक बार फिर 18 जुलाई को प्रधानमंत्री मोतिहारी वासियों को सात हजार करोड़ की सौगात देंगे। इस अवसर पर कई विकास योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया हैं। जिले में नरेन्द्र मोदी की रैली को लेकर तैयारियों का जोर चरम पर है। प्रधानमंत्री बिहार के लोगों से सीधे कनेक्ट कर सकें इसके लिए पाण्डाल के साथ लोगों को सजीव प्रसारण की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जानकारों के मुताबिक वैसे तो प्रधानमंत्री के मंच पर ज्यादा लोगों को स्थान नहीं दिया जाता है, लेकिन सभी क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को साधते हुए काफी संख्या में प्रमुख लोगों को मंच में स्थान देने की योजना है।
प्रबुद्ध लोगों से हैलीपैड पर मिलेंगे प्रधानमंत्री मोदी

पूर्वी चम्पारण में पीएम मोदी की सभा को लेकर पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री व सांसद राधामोहन सिंह और बिहार नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा अपनी अपनी टीम के साथ तैयारियों का जायजा लेते नजर आये। राधामोहन सिंह ने बताया कि हेलीकॉप्टर लैंडिंग के लिए पुलिस लाइन में विशेष हेलीपैड का निर्माण किया गया हैं और वहा पर लैंडिग के बाद प्रधानमंत्री कुछ प्रमुख पार्टी पदाधिकारियों और जिले के प्रबुद्ध लोगों से हैलीपैड पर ही भेट करके सभा स्थल पर पहुंचेगे। इस सुची को एसपीजी और सुरक्षा में लगे लोगों तक पहुचाने काम किया गया है ताकी किसी तरह की असुविधा न हो।
तैयार किया जा रहा वाटरप्रूफ पंडाल
नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने बताया कि गांधी मैदान में जनसभा को यादगार बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे है। सभा स्थल में मानसून की बारिस का कोई प्रभाव न पड़े इस लिए काफी संख्या में वाटरप्रूफ पण्डाल लगाये जा रहे है साथ ही 6 से 7 विशाल जर्मन हैंगर लगाए जा रहे हैं। ताकि लोगों को किशी तरह की असुविधा न हों और न ही बारिश की समस्या से कार्यक्रम में कोई विवधान आ सके। सभा स्थल पर करीब डेढ़ लाख कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम के आयोजकों का दावा है कि पीएम नरेन्द्र मोदी को सुनने के लिए जनसभा में 4 लाख लोगों पहुंचने की उम्मीद हैं।