बिहार डेस्क
मोतिहारी- अपने अलग अंदाज से लोगों से नजदीकी बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पूर्वी चंपारण के मोतीहारी में 18 जुलाई को होनेवाली जनसभा से पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी में जोश साफ नजर आ रहा है। इस सभा में प्रधानमंत्री कई विकास योजनाओं की सौगात क्षेत्र के लिए देंगे। हालांकि 20 सालों की सत्ता विरोधी लहर का असर कम करने के लिए भी इस रैली को महत्वपूर्ण माना जा रहा है और इसके लिए जबरदस्त तैयारियां की जा रही हैं। अनुमान के मुताबिक इसी साल नवंबर महिने में बिहार के चुनाव होने है इस लिहाज से प्रधानमंत्री की सभा कई मायने में महत्वपूर्ण समझी जा रही है। यह रैली आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रणनीतिक तैयारियों का हिस्सा भी मानी जा रही है।
चुनावी समीरण पर केंद्रित रह सकता पीएम का भाषण

सभा की तैयारियां देख रहे पदाधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री की यह रैली स्थानीय गांधी मैदान में दोपहर करीब 1 बजे के करीब शुरू होगी, जहां सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। स्थानीय जिला पदाधिकारी के अनुसार रैली में 4 लाख लोगों के सामिल होने की उम्मीद है और कार्यकार्ताओं को लाने के लिए जिला और मण्डल स्तर पर गाड़ियों की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री की जनसभा के दौरान मंच पर क्षेत्रीय लोगों को तरजीह दिया जाना है जिससे चुनावी मौसम में कई जातीय और स्थानीय समीकरणों को साधा जा सके। इस रैली में प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं की मौजूदगी रहेगी। इसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा और गिरिराज सिंह शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही पूर्व मंत्री और सांसद राधामोहन सिंह और अन्य स्थानीय विधायक भी मंच साझा कर सकते हैं।
पूर्वी चंपारण महात्मा गांधी के सत्याग्रह के लिए महत्वपूर्ण रही है और भाजपा इस रैली को “संघर्ष से सेवा” अभियान के रूप में प्रस्तुत कर रही है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी इस ऐतिहासिक स्थल से विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए एनडीए की आगामी चुनावी रणनीति का खाका पेश करेंगे। इस जनसभा का सबसे बड़ा आकर्षण प्रधानमंत्री का विकास योजनाओं की घोषणा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी जिले के विकास कार्यों के लिए 7 हजार करोड़ की विकास योजनाओं की घोषणा करेगें।