मारा गया माफिया अतीक का बेटा

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उमेश पाल हत्याकांड में नामजद असद को एसटीएफ ने किया ढेर

पांच लाख के इनामी अपराधी की पुलिस से झांसी में हुई मुठभेड़

निशंक न्यूज। कुशाग्र अवस्थी

उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपित माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को यूपी एसटीएफ ने झांसी में मुठभेंड़ के दौरान एनकाउंटर में मार गिराया है। असद के साथ उसका साथी गुलाम भी एनकाउंटर में मारा गया है। दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित अपराधी थे और प्रत्येक पर पांच-पांच लाख रुपये का ईनाम था। इस दौरान पुलिस को अत्याधुनिक विदेशी हथियार भी बरामद हुए है।

बता दें कि दिल्ली से भागने के बाद असद और गुलाम यूपी बार्डर के पास एमपी में थे। वही से एसटीएफ ने दोनों का पीछा किया और झांसी में मुठभेड़ में दोनों को मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान असद और गुलाम ने एसटीएफ पर फायर भी किए। माफिया अतीक अहमद का बेटा और पांच लाख का इनामी असद उसका साथी गुलाम गुरूवार को झांसी में एसटीएफ मे मुठभेड़ में ढेर हो गया।

वारदात के बाद असद सहित पांच अभियुक्तों पर पांच पांच लाख का ईनाम घोषित किया गया था। बताया गया है कि 15 दिन दिल्ली में पनाह लेने के बाद भाग निकले थे। मगर दिल्ली में पकड़े गए असलहा तस्कर और ड्राइवर से मिले सुराग के आधार पर डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार की टीम ने पूछताछ के बाद दोनों का पीछा किया और मुठभेड़ में मार गिराया।

पिता और भाई जेल गए तो बन गया गिरोह का सरगना

अतीक अहमद के जेल जाने और दूसरे बेटों के फरार होने के बाद असद ही पूरा कारोबार संभाल रहा था। वही गिरोह को चला रहा था। कुछ दिन पहले उमेश पाल मर्डर केस का जो सीसीटीवी वीडियो सामने आया था, उसमें असद गोली चलाता दिख रहा था। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी और वांटेड घोषित कर रखा था।

इसी साल पास की थी 12वीं की परीक्षा

असद अहमद अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा था। उसने इसी साल लखनऊ के एक नामी स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास की थी। असद पढ़ाई में तेज था। रिपोर्ट के मुताबिक वह ला की पढ़ाई करना चाहता था और विदेश जाना चाहता था। हालांकि उसके आपराधिक इतिहास के चलते पासपोर्ट क्लियर नहीं हुआ और विदेश जाने का सपना पूरा नही हुआ।

स्कूल में कर दी थी टीचर की पिटाई

असद अहमद गुस्सैल मिजाज का था। उसने अपने शिक्षकों को भी नहीं छोड़ा था। स्कूल में पढ़ाई के दौरान वह एक रस्साकसी प्रतियोगिता में अपनी टीम की अगुवाई कर रहा था, लेकिन उसकी टीम हार गई। हार से असद इतना गुस्साया कि शिक्षकों की पिटाई कर दी थी। अतीक का एसा आतंक था कि इस मामले की थाने में भी शिकायत तक नहीं हुई।