निशंक न्यूज।
कानपुर। नौकरी की तलाश में भटक रहे एक युवक को जालसाज ने मैट्रो में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों रुपये ठग लिये। जालसाज ने इसे एक फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया। जिसे मेट्रो के अधिकारियों ने फर्जी बताया तब उसे अपने साथ हुई ठगी का आभास हुआ। जब ठगी के शिकार लोगों ने मुकदमा लिखाने की बात कही तो जालसाज ने इन्हें दो चेक दिये लेकिन वह भी बाउंस हो गये।
मेट्रो की वेबसाइट दिखाकर जाल में फंसाया
बताया गया है कि नौकरी लगवाने का झांसा देकर जालसाज ने युवक को पहले विश्वास में लिया बात चलती रही इसबीच एक दिन जालसाज ने मेट्रो की वेबसाइट पर नौकरी की विज्ञापन की सूचना दिखाकर साढ़े चौदह लाख रुपए वसूल लिये। इसके बाद फर्जी नियुक्ति-पत्र देकर ठिकाना बदल लिया। मियां-बीवी दोनों नौकरी के लिये ज्वाइन करने पहुंचे मेट्रो अफसरों ने इस पत्र को फर्जी बताया। इसके बाद दंपती को अपने साथ ठगी होने का अाभास हुआ। ठगी के शिकार दंपती को एक दिन ठग बाजार में टकरा गया। इसके बाद इन लोगों ने मुकदमा लिखाने की बात कही तो जालसाज घबरा गया और उसने छह लाख और दो लाख की दो चेक थमाईं, जोकि बाउंस हो गईं।
एक की नौकरी के बदले मांगे थे आठ लाख रुपये
जानकार लोगों की मानी जाए तो नवाबगंज में रहने वाले अभय प्रताप सिंह नौकरी की तलाश में थे। नौकरी के सिलसिले में उनकी मुलाकात विष्णुपुरी निवासी आलोक श्रीवास्तव से हुई जिसने मेट्रो के अधिकारियों से अपनी गहरी पहचान होने की बात कहकर नौकरी लगवाने का वादा किया। कुछ दिन बाद आलोक ने मेट्रो की वेबसाइट में नौकरी का विज्ञापन दिखाकर जल्द पैसे का इंतजाम करने के लिए कहा। उसने एक व्यक्ति की नौकरी के लिए आठ लाख रुपए की मांग की लेकिन यह भी बताया कि, एक ही परिवार के दो लोगों को नौकरी लगवाने पर डेढ़ लाख की छूट मिल सकती है। जालसाज की लच्छेदार बातों में फंसकर अभय ने अपनी नौकरी के लिए आठ लाख, जबकि पत्नी रश्मी की नौकरी के लिए साढ़े छह लाख रुपए उसे दे दिये। दोनों ने अधिकांश पैसे बैंक के माध्यम से दिये थे।
मेंट्रों की मितली-जुलती वेबसाइट बनाकर किया खेल
बताया गया है कि जालसाज ने पैसा मिलने के कुछ दिन बाद अभय को मेट्रो कार्पोरेशन के नाम से मिलती-जुलती ई-मेल बनाकर कानपुर मेट्रो में आफिस असिस्टेंट पद पर नियुक्ति का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेज दिया। यह नियुक्ति पत्र लेकर अभय अपनी पत्नी के साथ गुरुदेव चौराहे के करीब मेट्रो मुख्यालय में ज्वाइनिंग के लिए पहुंचे तो बताया गया कि, यह पत्र फर्जी है। ठगी की जानकारी होने पर अभय और रश्मी जालसाज आलोक श्रीवास्तव के घर पहुंचे तो वह लापता था। एक दिन नवाबगंज मार्केट में नजर आया तो रकम वापसी के लिए दबाव बनाया और पुलिस में शिकायत करना चाहा तो ठग ने एसबीआई ग्वालटोली शाखा की दो लाख और छह लाख की चेक थमाई, लेकिन दोनों बाउंस हो गईं। दोनों ने फिर ठग को घेरा तो उसने दुधमुंहे बच्चे समेत दंपती की हत्या की धमकी देकर भगा दिया। शिकायत मिलने पर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर विनोद कुमार सिंह ने कोहना पुलिस को जांच के आदेश दिये हैं।