निशंक न्यूज डेस्क
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर के भारतीय क्रिकट टीम के कोच का पद संभालने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम एक बार फिर अपने घर में सिरीज गंवाने की कगार पर पहुंच गई है। अब उस स्थिति में ही भारत की नाक बच सकती है जब भारतीय टीम के बल्लेबाज राहुल द्रविण तथा बीबीएस लक्ष्मण की तरह वैसी बल्लेबाजी करें जैसी इन दोनों अस्टेलिया के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में की थी या फिर भगवान भारतीय टीम पर इंद्र देव की कृपा हो जाए। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुवाहाटी टेस्ट का चौथा दिन समाप्त होने तक भारतीय टीम को दोनों ओपनिंग बल्लेबाज पलेवियन वापस लौट चुके थे। अब पांचवे दिन जीत के लिये 522 रन बनाने हैं। भारतीय टीम जीत के लिये दक्षिण अफ्रीका की टीम ने भारत के सामने जीत के लिये 549 रन का लक्ष्य रखा था। जीत के लिये पहली बार इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को अपने दोनों ओपनिंग बल्लेबाज केएल राहुल तथा यशस्वी जायसवाल से बहुत उम्मीद थी लेकिन यह दोनों बल्लेबाज सस्ते में आउट होकर पवेलियन वापस लौट गए। एक बार भारतीय टीम को पहला झटका पहली पारी में भारतीय टीम के छह विकेट लेने वाले गेंदबाज यानसेन ने दिया। चौथे दिन का खेल समाप्त होने पर क्रीज पर साई सुदर्शन और कुलदीप यादव मौजूद थे ऐसे में भारतीय टीम को मैच के अंतिम दिन 500 से ज्यादा रन बनाने हैं जो बेहद मुश्किल माना जा रहा है. ऐसे में भारत पर हार का खतरा मंडरा रहा है।

द्रविण-लक्ष्मण ने आस्टेलिया के जबड़े से छीनी थी जीत
क्रिकेट के जानकार मानते हैं कि अब अगर भारतीय टीम को मैच में जीत दर्ज करनी है अथवा टीम को सिरीज की हार से बचाना है तो भारतीय बल्लेबाजों को भारतीय टीम की दीवार रहे बल्लेबाज राहुल द्रविण तथा बीबीएस लक्ष्मण जैसा धैर्य व साहस दिखाना होगा। क्रिकेट के जानकारों को याद है कि कोलकाता टेस्ट में आस्टेलिया टीम ने पहली पारी में बढ़त के आधार पर भारतीट टीम को फालोआन दिया था लेकिन इसके बाद दूसरी पारी में राहुल द्रविण तथा बीबीएस लक्ष्मण ने धैर्य के साथ ऐसी बल्लेबाजी की कि कंगारू जिस मैच में अपनी जीत मान रहे थे वह मैच उन्हें गंवाना पड़ा और द्रविण तथा लक्ष्मण की यह पारी इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गई। इस मैच में द्रविण तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे जिस नंवर पर उतरे सांई सुदर्शन अभी क्रीज पर हैं और उनके साथ नाइट वाच मैन के रूप में उतरे कुलदीप यादव बल्लेबाजी कर रहे हैं।
जीत से आठ कदम दूर दक्षिण अफ्रीका

गुवाहाटी टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को जीत के लिए 549 रनों का नामुनकिन सा लक्ष्य दिया है। अगर भारतीय टीम यह लक्ष्य हासिल करती है तो यह एक टेस्ट क्रिकेट का एक रिकार्ड हो सकता है। सीरीज के दूसरे और आखिरी टेस्ट के चौथे दिन के तीसरे सेशन में साउथ अफ्रीका ने 5 विकेट खोकर 260 रन बनाए और अपनी दूसरी पारी घोषित कर दी। उस समय अफ्रीकी कप्तान की आलोचना की जा रही थी कि उन्होंने ज्यादा लक्ष्य देने के प्रयास में भारतीय टीम को चौथी पारी आल आउट करने के लिये अपने गेंदबाजों का कम समय दिया लेकिन चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक भारतीय टीम को दोनों प्रारंभिक बल्लेबाज आउट हो गए और अब अप्रीकी टीम भारत में क्लीन स्वीप करने से केवल आठ कदम दूर है। अगर मैच के अंतिम दिन अफ्रीकी गेंदबाज भारत के आठ विकेट गिरा लेते हैं तो भारतीय टीम लगातार दूसरी सिरीज में अपने घर में सिरीज गंवाने के अनचाहे रिकार्ड को हासिल करेगी और अफ्रीकी टीम इतिहास रच सकेगी।
पहली पारी में 201 रन ही बना सके थे भारतीय
दक्षिण अफ्रीकी टीम ने दूसरी पारी में ट्रिस्टन स्टब्स ने 94 रन और टॉनी डी जॉर्जी ने 49 रन की बदौलत 260 रन बनाए और भारतीय टीम के सामने जीत के लिये असंभव सा लक्ष्य रख दिया। मेहमान अफ्रीकी टीम ने पहली पारी में 489 रन बनाए थे. इसके जवाब में भारत की टीम सिर्फ 201 रन पर ऑलआउट हो गई. इस तरह साउथ अफ्रीका को पहली पारी में 288 रनों की बढ़त मिली. मंगलवार को दूसरी पारी में 260 रन और जोड़कर उसने अपनी बढ़त को 548 रन तक पहुंचा दिया.
जडेजा ने दिये अफ्रीका को झटके
चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो अफ्रीका टीम ने बिना विकेट खोये 26 रन से बल्लेबाजी शुरू की। मेहमान टीम के प्रारंभिक बल्लेबाज रयान रिकेल्टन और एडन मार्करम ने मिलकर 59 रनों की साझेदारी की इसके बाद रवींद्र जडेजा ने रिकेल्टन को 35 रन पर सिराज के हाथों कैच कराया और साझेदारी तोड़ दी. फिर जडेजा ने ही मार्करम को 29 रन पर आउट कर दिया। इसके बाद वाशिंगटन सुंदर ने कप्तान टेंबा बवुमा को सिर्फ 3 रन पर आउट कर दिया. इस तरह 77 रन तक साउथ अफ्रीका के तीन विकेट गिर चुके थे लेकिन इसके बाद ट्रिस्टन स्टब्स और टॉनी डी जॉर्जी ने शानदार साझेदारी की। दोनों ने लगभग 100 रन जोड़े और स्कोर को 77 से 178 रन तक पहुंचाया। जडेजा ने टॉनी डी जॉर्जी को 49 रन पर आउट कर दिया। फिर स्टब्स को वियान मुल्डर का साथ मिला। जडेजा ने ही स्टब्स को 94 रन पर बोल्ड कर दिया। उसी समय साउथ अफ्रीका ने अपनी पारी 260/5 पर घोषित कर दी और भारत को 549 रनों का मुश्किल लक्ष्य दे दिया।
