शिक्षित लोग भी आएं राजनीत मेॆं ः माहना

0
25

स्मृति शेष पत्रकार शैलेंद्र दीक्षित की याद में हुआ कार्यक्रम

वरिष्ठ पत्रकार दिलीप शुक्ला को पत्रकारों ने किया सम्मानित

आयुष्मान साहू ।

कानपुर ।

विधानसभा आध्यक्ष सतीश माहना ने कहा कि शिक्षित लोगों को भी राजनीत मे आना चाहिए। उन्होंने कहा की पत्रकारो को अवधारणा बना कर काम नहीं करना चाहिए जो जैसा करे वैसा ही समाचार मे दिखना चाहिए। श्री,महना वरिष्ट पत्रकार शैलेन्द्र दीक्षित की स्मृति पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे ।

कानपुर प्रेस क्लब द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में श्री महाना ने राजनीति की शुरुआत के अपने अनुभव भी साझा किये और कहा कि कानपुर की पत्रकारिता का जिक्र उन्होंने दिल्ली में आयोजित एक मीडिया ग्रुप के कार्यक्रम में भी किया था। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में सुधार के लिये सभी को आगे आना चाहिये खासकर शिक्षित लोगों को राजनीति में जरूर आगे आना चाहिये पहले लोग बात-बात पर कह देते थे कि राजनीति में अनपढ़ व अपराधी आते हैं यह भी कहा जाता था कि यहां तो जाति की राजनीति को बढ़ावा देने वाले लोग पहुंचते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं है आज उत्तर प्रदेश की विधानसभा में एमटेक किये लोग भी है और पीएचडी करने वाले भी सदन में 90 से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो अधिवक्ता हैं। शिक्षित लोग राजनीति में आगे आएंगे तो व्यवस्था में और सुधार होगा।

उन्होंने कानपुर के पत्रकारों के बीच खुलकर बात करते हुए कहा कि पत्रकारों को भी अवधारणा बनाकर काम नहीं करना चाहिये अगर विधायक काम न करने मतलब कूड़ा न उठने बिजली की व्यवस्था ठीक न होने पर किसी अधिकारी को डांटता है तो इस बात को पत्रकार बहुत बढ़ा चढ़ाकर छापते हैं उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिये की विधायक ने किसी को ठेका न देने किसी को भुगतान करने आदि का दबाव बनाने के लिये तो नहीं डांटा है वह तो जनता की समस्या का निदान कराने के लिये डांट रहा है। इसके बाद जब इस समस्या का समाधान हो जाता है तो अखबार वाले छापते हैं कि नगर आयुक्त बहुत अच्छा काम कर रहे हैं तब यह नहीं लिखा जाता कि विधायक का गुस्सा देख अधिकारी ने कूड़ा उठवाया अथवा बिजली की समस्या दुर कराई।

कई बार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि लोगों की टांग नहीं खींचनी चाहिये जो आगे बढ़ रहा है और आगे बढ़ाना चाहिये क्योंकि टांग खीचने वाला कभी आगे नहीं बढ़ पाता। यह भी ध्यान रखना चाहिये की बराबर पर बैठे व्यक्ति की टांग नहीं खीची जा सकती। उन्होंने पत्रकार शैलेंद्र दीक्षित को याद करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया इसलिये वह याद किये जाते हैं। श्री महाना ने कहा कि हमेशा छोटों को प्रोत्साहित करना चाहियेे ताकि वह आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि शैलेंद्र दीक्षित का व्यक्तित्व बहुत ही प्रभावशाली था। वह अपने साथ काम करने वाले हर व्यक्ति का परिवार के मुखिया की तरह ध्यान रखते थे शायद इसीलिये उन्हें सम्पादक जी के नाम से जाना जाता है।

कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पत्रकार शैलेंद्र दीक्षित के पिता राजकिशोर दीक्षित तथा मां कुसमा दीक्षित को सम्मानित कर उनका आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में वरिष्ट पत्रकार दिलीप शुक्ला को उनके द्वारा पत्रकारिता क्षेत्र में किये गये काम के लिये सम्मानित किया। कार्यक्रम में के न्यूज के पत्रकार सुनील गुप्ता के पुत्र युग को इतनी कम उम्र में शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मै़डल पाने के लिये सम्मानित कर उनका उत्साह बढ़ाया गया।

कार्यक्रम में वरिष्ट पत्रकार डा.रमेश वर्मा, जुबैर फारुखी, अमृत विचार अखबार के संपादक डा.संजीव मिश्रा, ओपी अवस्थी, कानपुर प्रेस क्लब को पूर्व महामंत्री कुमार त्रिपाठी,कानपुर प्रेस क्लब के संरक्षक सरस वाजपेयी आदि ने शैलेंद्र दीक्षित जी के साथ बीते अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि संपादक जी पत्रकारिता के चलते फिरते विश्व विद्यालय थे। कार्यक्रम में हिंदुस्तान अखबार के समाचार संपादक ऋषि शुक्ला, अमर उजाला के पंकज प्रसून, दैनिक जागरण के शिवा अवस्थी, अमृत विचार के सलाहकार संपादक महेश शर्मा, अधीर सिंह लल्ला, सहारा समय उर्दू के मोहम्मद इरफान, इंडिय़ा न्यूज के राहुल वाजपेयी, शिवराज साहू, नीरज अवस्थी, सुनील साहू,अमन तिवारी, इब्ने हसन जैदी, अशोक दीक्षित, समर्थ शुक्ला, स्वर्णिम चतुर्वेदी, फोटो ग्राफर धीरज गुप्ता, आशू अरोड़ा, एखलाक अहमद, आयुष्मान साहू, कुशाग्र अवस्थी, सुजीत सिंह, महेश सोनकर, अमृतांश वाजपेयी, दीपक सिंह आदि भी रहे।

कानपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अवनीश दीक्षित व महामंत्री कुशाग्र पांडे ने आये लोगों का स्वागत किया। इनकी मांग पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भरोसा दिया कि कानपुर के पत्रकार जिस तरह का प्रेस क्लब चाहेंगे वह बनवाकर देंगे और पत्रकार की हर समस्या में वह उनके साथ खड़े थे और हमेशा खड़े रहेंगे।