निशंक न्यूज।
कानपुर। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह मंगलवार को आरटीओ आफिस पहुंचे तो यहां सात कर्मचारी गायब मिले। यहां सुबह ही जिलाधिकारी तथा एसीएम के पहुंचने से हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने कार्यालय के सभी पटल का निरीक्षण किया जिसमें 6 बाबू और एक चपरासी मौके पर अनुपस्थित मिले, जिस पर उन्होंने एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये।
जानकारों की मानी जाए तो जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह सुबह 10:35 पर आरटीओ कार्यालय पहुंचे जहां पर उन्हें एआरटीओ प्रशासन आलोक कुमार सिंह अपनी सीट पर बैठकर काम करते मिले। डीएम के आने की सूचना पर जोनल कानपुर परिक्षेत्र आर आर सोनी भी मौके पर पहुंच गये। जिलाधिकारी ने आरटीओ अधिकारियों के साथ मिल कर सभी कमरों का निरीक्षण किया एवं साफ सफाई व्यवस्था देखी।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने जब उपस्थिति रजिस्टर को देखा तो छह बाबू व एक चपरासी अनुपस्थित मिले। जिलाधिकारी ने एआरटीओ प्रशासन से अनुपस्थित 6 बाबू व एक चपरासी का वेतन रोकने का निर्देश दिया। इसके बाद वह कैश के कमरे में गए जहां उन्होंने राजस्व की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने रिकॉर्ड रूम का भी निरीक्षण किया। डीएम ने अनुपस्थिति को लेकर नाराजगी व्यक्त की और सभी को समय पर आने के लिए निर्देशित किया। निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी अपने काफिले के साथ 11:10 पर वापस अपने गंतव्य को चले गए। एआरटीओ प्रशासन आलोक कुमार सिंह ने मातहतों को बुला कर साफ सफाई सुनिश्चित कराने के लिए निर्देशित किया साथ ही जिन कैमरों में खराबी थी उन्हें तत्काल ठीक कराने के लिए कहा।