निशंक न्यूज।
कानपुर। नागरिक स्वयं सेवकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवक समाज के सशक्त स्तंभ होते हैं।
भारत सरकार की योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष के तैयारी एवं क्षमता निर्माण कोष के तहत दिनांक 10 से 16 नवम्बर तक नागरिक सुरक्षा के अवैतनिक वार्डन सेवा सदस्यों/ स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। यह प्रशिक्षण चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर नगर स्थित प्रसार निदेशालय के लाल बहादुर शास्त्री कृषक सभागार में से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण का मतलब केवल जानकारी देना नहीं बल्कि
जिलाधिकारी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि “आपदा के समय नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। आप सभी समाज के ऐसे सशक्त स्तंभ हैं जो संकट की घड़ी में प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते हैं। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि प्रत्येक स्वयंसेवक को आत्मविश्वास और क्षमता से परिपूर्ण बनाना है ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में तत्परता से जनहित में सेवा कर सकें।”

उपनियंत्रक, नागरिक सुरक्षा, श्री शिवराज सिंह ने प्रशिक्षण की उपयोगिता और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण में विभिन्न विभागों के आपदा प्रबंधन विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया है, ताकि स्वयंसेवकों को व्यावहारिक एवं तकनीकी दोनों दृष्टियों से सशक्त बनाया जा सके।
इस अवसर पर नगर के विभिन्न नागरिक सुरक्षा प्रखंडों से आए लगभग 200 स्वयंसेवकों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 150 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण हेतु चयनित किया गया। कार्यक्रम के शुभारम्भ में प्रखंडों के वरिष्ठ वार्डन भी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी व नियंत्रक, नागरिक सुरक्षा ने प्रशिक्षण को सुचारू एवं प्रभावी रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम का संचालन श्री विष्णु कुमार शर्मा, वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री अनिल कुमार दुबे, सहायक उपनियंत्रक तथा श्री प्रवीण वर्मा, भण्डार अधीक्षक प्रथम/ प्रभारी सहायक उपनियंत्रक भी उपस्थित रहे।
