अतुल त्रिवेदी।
उन्नाव। जिले के गंगाघाट थाना क्षेत्र (शुक्लागंज) में स्थित सरस्वती टाकीज में मंगलवार को भीषण आग लग गयी। आग की लपटे इतनी तेज थी कि आसपास के 200 मीटर के क्षेत्र में अफरा तफरी मची रही। करीब दो घंटे के प्रयास के बाद दमकल जवानो ने किसी तरह आग पर काबू पाया। आग लगने की इस घटना में लाखो का सामान जलने की संभावना जतायी जा रही है।

उन्नाव जनपद के गंगाघाट थाना क्षेत्र में राजधानी मार्ग पर सरस्वती टाकीज स्थित है। वर्षो पुरानी इस टाकीज को शुक्लागंज क्षेत्र की एक मात्र टाकीज होने के कारण तमाम सिनेमा प्रेमी यहा रोज ही फिल्म देखने जाते है। मंगलवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे लोगो ने टाकीज से धुआ निकलते देखा तो सूचना पुलिस को दी। जब तक पुलिस पहुंचती टाकीज में लगी आग ने विकराल रूप ले लिया। कुछ ही देर में आग की लपटे तथा भीषण धुआं टाकीज के चारो तरफ फैल गया। आग की लपटे इतनी तेज थी कि कोई भीतर जाने की हिम्मत नही जुटा पा रहा था।सुबह करीब 9:30 बजे अचानक धुएं के गुब्बार और लपटें उठती देख इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सिनेमा हॉल से निकलती लपटें इतनी तेज थीं कि 100 मीटर के दायरे तक दहशत का माहौल बन गया। लोग घरों से बाहर निकल आए और आसपास भगदड़ जैसे हालात बन गए।

स्थानीय लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी और अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास भी किया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि इस दौरान सिनेमा हॉल में रखा लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। सौभाग्य से इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। आग लगने के पीछे शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। प्रथम दृष्टया सिनेमा हॉल में लगे एक पंखे के वायर से चिंगारी उठने की संभावना बताई गई है। इस बीच मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) अनूप सिंह समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना है, लेकिन पूरी जांच के बाद ही सही कारण और नुकसान का आकलन स्पष्ट हो सकेगा। घटना के बाद से स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश दोनों देखने को मिला। लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर सिनेमा हॉल में सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया। हादसे ने प्रशासन और प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल CFO की टीम आग के कारणों और नुकसान के आकलन की जांच में जुटी है।