निशंक न्यूज।
कानपुर देहात। पिता की मौत के बाद मां एक अन्य युवक के संपर्क में आ गई। इस बात की जानकारी पुत्र को मिली तो वह मां की उपेक्षा कर उसके बजाए अपने बाबा को महत्व देने लगा। अपने व अपने प्रेमी की उपेक्षा से नाराज नौ माह तक उसे कोख में रखने वाली उसकी मां ने अपने प्रेमी के साथ खौफनाक साजिश रची। दोनों लालची भी थे इन लोगों ने गहरी साजिश रचकर जिस बेटे के हत्या करनी थी उसकी लाखों रुपये की एलआईसी कराई ताकि उसकी मौत के बाद पैसा हजम किया जा सके। किसी को अंदेशा भी नहीं था कि एक मां अपने ही पुत्र को मारने के लिेय ऐसी साजिश रच सकती है लेकिन उसने ऐसा किया और जब पुत्र दीपावली पर त्योहार मनाने अपने घर आया तो मां ने प्रेमी की मदद से उसकी हत्या करा दी और बीमा की रकम हड़पने के लिये हत्या की इस घटना को दर्घटना दर्शाने का प्रयास किया। पुत्र की हत्या की साजिश रचने वाली मां को नहीं पता था कि कानपुर देहात की एसपी श्रद्धा नरेंद्र पांडे स्वयं कई मामलों में शोध कर चुकी हैं और उनके स्वभाव मे है कि हर घटना की गहराई तक जाया जाए। एसपी ने कड़ी से कड़ी जोड़ने का तरीका अपनाया और उनके निर्देश पर जांच करते हुए कानपुर देहात की पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करने में सफसलता हासिल कर ली।
कानपुर-इटावा हाईवे पर मिला था युवक का शव
बताते चलें कि बरौर थानाक्षेत्र के तहत अंगदपुर गांव में रहने वाला प्रदीप उर्फ सुक्खा ( 23) अपनी मां की हरकतों से नाराज रहता था। पिता की मौत के बाद उसकी मां एख दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आ गई थी। वह ज्यादा समय उस युवक के पास रहती थी। मां की इस हरकत से नाराज होकर वह मां की उपेक्षा करने लगा और कुछ समय बाद गांव छोड़कर आंध्र प्रदेश में सब्जी फल का ठेला लगाने चला गया। यहां से भी वह अपनी मां से नहीं बल्कि बाबा से ज्यादा बात करता था। उसने मां से दूरी बना ली। प्रदीप उर्फ सुक्खा दीपावली त्यौहार मनाने के लिये आंध्र प्रदेश से कानपुर देहात अपने घर आया और यहां बाबा के घर पर ही रूका। प्रदीप उर्फ सुक्खा का शव 27 अक्टूबर की सुबह कानपुर-इटावा हाईवे के पास बरामद हुआ था। प्रारंभिक छानबीन में हादसा लग रहा था।
मां के प्रेमी व उसके साथी दिया घटना को अंजाम
प्रदीप की मां ने अपने प्रेमी की मदद से पहले से ही अपने पुत्र की हत्या करने की योजना बना रखी थी। पिता की मौत के बाद दूसरे युवक के संपर्क में आने के बाद बेटा उसकी उपेक्षा कर रहा था इस बात का आभास मां को भी हो गया था। मां को संदेह था कि उसकी हरकतों के कारण ही उसका बेटा कम उम्र में ही आंध्र प्रदेश जाकर वहां पर सब्जी का ठेला लगाने लगा। दीपावली पर घर आया लेकिन वह बाबा के पास रुका था। इधर साजिश रच चुकी मां के सहयोग से उसके प्रेमी और उसके दोस्त ने मिलकर हथौड़ा मारकर प्रदीप की हत्या कर दी और हत्या को दुर्घटना दिखाने की नाकाम कोशिश की गई। पुलिस ने परत दर परत खुलासा कर दिया।
पकड़े जाने पर युवक ने बताया सच
घटना का खुलासा करते हुए एसपी श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने बताया कि मामले की छानबीन में कहानी कुछ और निकली। जिस पर मृतक के बाबा की तहरीर पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई। अंगदपुर गांव के ही मंयक उर्फ ईशू को गिरफ्तार किया। उसने पुलिस की पूछताछ में बताया कि मृतक प्रदीप की मां से संबंध थे। प्रदीप विरोध करता था। इस दीपावली पर वह घर आया तो उसे 26 अक्तूबर की रात होटल में खाना खिलाने के बहाने कार से ले गया। फिर अपने भाई ऋषि की मदद से हथौड़ा से मारकर हत्या कर दी। शव को हाईवे पर फेंक दिया उसे कुचलते हुए गाड़ी निकल गईं।
पैसा हड़पने के लिये मां ने कराई चार बीमा पॉलिसियां
पुलिस ने बताया कि प्रदीप दो बेटों में छोटा था। वह मां से नाराज था। इससे करीब दो साल पहले उसका बीमा की पहली पालसी कराई गई। फिर एक के बाद एक चार ऐसी पालसी ली गई जिनमें दुर्घटना क्लेम की धनराशि ज्यादा थी। योजना थी कि प्रेम संबंधों का विरोध करने वाला बेटा रास्ते से हट जाएगा और क्लेम में मिलने वाली रकम से दोनों मिलकर मजे करेंगे। पुलिस ने इनके ख्यालों पर पानी फेर दिया। अब पुलिस मृतक की मां और उसके प्रेमी के दोस्त की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी है।
