निशंक न्यूज नेटवर्क
सारण। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि बिहार को फिर से अंधकार में नहीं जाने देना है। विपक्ष खास कर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव की जोड़ी को “जंगलराज की वापसी” का प्रतीक है। क्योंकि यह दोनों नेता बिहार को फिर से अराजकता की ओर धकेलने की कोशिश में लगे हुए हैं। बिहार में जब लालू यादव की सरकार थी, तब बिहार में अपहरण, हत्या और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर था, लेकिन एनडीए की सरकार ने विकास, कानून व्यवस्था और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। वह शुक्रवार को सारण के तरैया विधानसभा में एनडीए गठबंधन की ओर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
‘जाति और भावनाओं के जाल में नहीं फंसना हैं’
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि आप लोगों को जाति और भावनाओं के जाल में नहीं फंसना हैं। बल्कि विकास और सुशासन को ध्यान में रखकर मतदान करने की जरूरत है। सभा के अंत में उन्होंने एनडीए के सभी प्रत्याशियों को विजयी बनाने की अपील करते हुए कहा कि यह चुनाव केवल सीट जीतने का नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य को सुरक्षित करने का चुनाव है। उन्होंने भरोसा जताया कि सारण की सभी सीटों पर एनडीए को ऐतिहासिक जीत मिलेगी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य फिर से विकास की राह पर अग्रसर होगा। सभा में भाजपा और जदयू के स्थानीय नेताओं के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और आसपास के हजारों लोग मौजूद थे। इस अवसर पर राजग गठबंधन की ओर अधिकृत प्रत्याशी और हज़ारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
चुनाव में मांगा जनता का समर्थन
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद सूबे में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बनेगी। बिहार की जनता ने यह तय कर लिया है कि नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे। गृह मंत्री ने कहा कि बिहार की जनता को इस बार “चार- चार दीपावली” मनाने का अवसर मिल रहा है। 14 नवंबर को जब बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे और सभी सीटों पर एनडीए की जीत होगी, तब वह दिन बिहार की एक “बड़ी दीपावली” होगी। उन्होंने अपने संबोधन में बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए समर्थन मांगा है।