संजय दीक्षित
कानपुर देहात। मूसा नगर में रहने वाले तिवारी तिवारी को किसी ने बता रखा था कि जब शिवलिंग की स्थापना की जाती है तो इसके नीचे सोने अथवा चांदी के सिक्के अथवा सोने-चांदी से बनी अन्य वस्तु रखी जाती है। अब तिवारी जी के मन में लालच जाग गया और उन्होंने सोने चांदी के लालच में मंदिर का शिवलिंग ही चोरी कर लिया। उन्हें इस बात का आभास नहीं था कि कानपुर देहात में एसपी हर घटना की गहराई तक जाकर काम करने वाली श्रद्धा नरेंद्र पांडे हैं। शिवलिंग चोरी होने की घटना से लोगों में नाराजगी थी इसकी जानकारी मिलते ही एसपी सक्रिय हो गईं और अपना नेटवर्क फैलाकर जब जांच कराई तो पता चला कि मंदिर के बगल में रहने वाले युवक ने ही अंशू तिवारी ने ही की है। पुलिस ने अपने तरीके से पूछतांछ की तो वह टूट गया और पुलिस को लेकर जाकर चोरी किया गया शिवलिंग बरामद करा दिया। इसके बाद पुलिस ने आचार्यों को बुलाकर मंदिर में शिवलिंग को पुनः स्थापित करा दिया।
एसपी के निर्देश पर सीओ लगे तो हुआ खुलासा
कानपुर देहात पुलिस को सोमवार की सुबह करीब छह बजे सूचना मिली कि मूसानगर थानाक्षेत्र के मोहल्ला गढ़ में स्थित राधाकृष्ण के प्राचीन मंदिर से शिवलिंग चोरी हो गया है। मंदिर से शिवलिंग चोरी की होने की सूचना मिलते ही लोग नाराज होकर मौकें पर पहुंचने लगे। इस बात की जानकारी मिलते ही क्षेत्राधिकारी भोगनीपुर व थानाध्यक्ष मूसानगर ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मन्दिर परिसर का निरीक्षण किया गया। इस बीच सूचना पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पांडे को हुई तो वह भी सक्रिय हो गईं और अपने अनुभव के आधार पर सीओ तथा थाना प्रभारी को घटना का खुलासा करने के तरीके बताए। इसके बाद पुलिस ने इसके आधार पर जांच शुरू की और आम लोगों को विश्वास में लिया।
24 घंटे में सत्यता आई सामने
बताया गया है कि मंगलवार को घटना की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने अपने स्तर पर क्षेत्रीय लोगों तथा अपने मुखबिर तंत्र को विश्वास में लेकर पड़ताल की तो सामने आया कि मंदिर से शिवलिंग चोरी करने की घटना को अंजाम क्षेत्र में ही रहने वाले अंशू तिवारी उर्फ विकास कुमार ने अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने अंशू तिवारी की तलाश शुरू की और मुखबिर की सूचना पर अंशू तिवारी उर्फ विकास कुमार को हलिया मोड तिराहे से 24 घंटे के अन्दर पुलिस हिरासत में लिया गया व अभियुक्त की निशानदेही पर चोरी की गये शिवलिंग को बरामद कर लिया।

सोेने-चांदी के सिक्कों के लालच में किया शिवलिंग चोरी
पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो पकड़े गये अंशू तिवारी ने पूछताछ में बताया गया कि उसका मकान मन्दिर के बगल में है। वह खुद भी शराब पीने का लती हैष उसे इस बात की जानकारी दी गयी थी कि शिवलिंग स्थापना के समय सोने चांदी के सिक्के रखे जाते हैं। इसके बाद यहां रखे जाने वाले चांदी या सोने के सिक्कों या कोई अन्य कीमती वस्तु के लालच में उसने शिवलिंग की पिण्डी को उखाड लिया था, जब पिण्डी के नीचे कुछ नहीं मिला था तो उसने पिण्डी को मन्दिर के सामने स्थित कुएं में फेक दिया था। इसके बाद पुलिस ने तुरंत ही कुएं से शिवलिंग बरामद कर लिया।
शुभ मुहूर्त में कराई गई शिवलिंग की स्थापना
मंदिर से चोरी किया गया शिवलिंग बरामद होने के बाद लोगों के जगे विश्वास को और मजबूती देने के लिये पुलिस ने क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले आचार्यों से यहां के प्रमुख लोगों से बात कराई और शुभ मुहूर्त होने की जानकारी कर इन आचार्यों को मंदिर में बुलाकर मंदिर में विधवत पूजा अर्चना कराने के बाद शिवलिंग की स्थापना कराई।