बाढ़ के पानी का भराव थमा तो बीमारी ने पसारे पांव

निशंक न्यूज।

बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में लगे स्वास्थ्य शिविर में दवा वितरित करते सीएमओ डाक्टर हरिदत्त नेमी।

कानपुर। गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद गंगा कटरी के गांवों में भरा पानी ग्रामीणों के लिये अभी भी समस्या बना है। कुछ गांव में पानी कम हुआ तो यहां बीमारी ने पांव पसारने शुरू कर दिये। बीमारी से ग्रामीणों को बचाने के लिये सीएमओ ने स्वयं कटरी क्षेत्र में जाकर यहां लगे स्वास्थ्य शिविरों की व्यवस्था देखी और डेंगी तथा मलेरिया से लोगों को बचाने वाली दवा के संबंध में जानकारी ली। सीएमओ ने कहा कि चिकित्साकर्मी ग्रामीणों से घर जैसा व्यवहार करें। इधर उन्नाव जनपद में बाढ़ के पानी में डूबकर एक युवक की मौत हो गयी।

उन्नाव के परियर में डूबा युवक

जानकार पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो गंगा के बढ़े जलस्तर से कानपुर से चकलवंशी की तरफ जाने वाले मार्ग पर परियर के आसपास कई गांव में पानी भरा है। परियर से बिठूर के बीच कई स्थानों पर पानी सड़क पर आ जाता जिससे वाहन स्वामियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। बताया गया है कि परियर के पास ही एक गांव में जलभराव में डूबने से एक युवक की मौत हो गई।

स्वास्थ्य शिविर में बांटी दवाएं,सीएमओ ने देखी व्यवस्था

कानपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कल्याणपुर के अंतर्गत बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रो का दौरा करने सीएमओ डॉ हरिदत्त नेमी पहुंचे और उन्होंने ग्राम प्रतापपुर हरि, रामपुर बैराज एवं ग्राम बनियापुर में बाढ़ राहत शिविर में चिकित्सा व्यवस्था जांची।

सर्वाधिक मरीज चर्मरोग व संक्रामक बीमारी के

मुख्य शिक्षा अधिकारी सबसे पहले ग्राम बिनयापुरवा पहुंचे जहां शिविर में चिकित्सा अधिकारी डॉ विवेक शर्मा , एच.एस अवधेश कुमार , बी.एच.डब्लू पुष्पा गौतम, व फार्मेसी इन्टर्न मौजूद मिले। शिविर में कुल 170 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 170 रोगियों में 51 मरीज बुखार से ग्रस्त थे। बुखार ग्रस्त 51 मरीजों को मलेरिया किट व स्लाइड से परीक्षण तथा 34 का डेंगू परीक्षण किया गया। वहीं 57 रोगी चर्म रोग से ग्रसित पाए गए। सभी रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उन्हें दवा वितरित की गई। इसके बाद वह ग्राम प्रतापपुर हरि कोठारी चौराहे के पास स्वस्थ शरीर पहुंचे जहां शिविर में डॉ चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव शुक्ला, बी.एच.डब्लू हर्षित, ए.एन.एम सरिता सिंह सी.एच.ओ दिशा पाल, एवं एल टी जय राजपूत ने शिविर में 93 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण में 24 बुखार के मरीज थे बाकी अन्य बीमारियों से ग्रसित थे। बुखार से ग्रसित रोगियों का मलेरिया व डेंगू परीक्षण किया गया। इसी क्रम में ग्राम रामपुर बैराज (बाढ़ राहत शिविर प्राथमिक विद्यालय कटरी शंकरपुर सहाय) स्वास्थ्य शिविर में स्वास्थ्य अधिकारी कु. अवनीत ढल्ला,एच.एस राजेश कुमार, बी.एच.डब्लू निखिल चतुर्वेदी ने शिविर में 22 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए दवा वितरण की। इसके साथ ही स्वास्थ्य टीम द्वारा क्लोरीन टैबलेट ओ आर एस का वितरण लोगों में प्रदान किया गय। गांव में गंदगी से रुके पानी की दृष्टि के संबंधित एएनएम व ग्राम प्रधान ने लार्वा स्लाइड का छिड़काव किया गया ।

इस दौरान जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा डेंगू संदिग्ध रोगियों के ब्लड सैंपल उर्सला भेजने, आर.डी.टी. किट से जाँच कराने, बुखार के रोगियों की लाइन लिस्ट बनाकर पी.एच.सी. भींती से एल.टी. बुलाकर ब्लड सैंपल लेने के निर्देश दिए गए। डेंगू केस वाले रोगियों के घर की परिधि में 30 घरों में सोर्स रिडक्शन, इंडोर स्पेस स्प्रे तथा नालियों में लार्वीसाइडल स्प्रे कराया गया।

पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था कराई गई

जिलाधिकारी के निर्देशानुसार विकासखंड कल्याणपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों—ख्योरी कटरा, बनियापुर, भगवानदीन एवं हरि प्रतापपुर आदि मजरों में पशुओं हेतु चारे की व्यवस्था की गई। इस क्रम में जिला प्रशासन द्वारा लगभग 30 कुंतल भूसे का वितरण किया गया।

भूसा वितरण कार्यक्रम में लगभग 350 पशुओं को लाभान्वित किया गया। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी कल्याणपुर श्री उत्तम, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आई.डी.एन. चतुर्वेदी, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय निरंजन एवं डॉ. अमरेंद्र सिंह, तहसीलदार सदर, नायब तहसीलदार तथा ग्राम विकास अधिकारीगण उपस्थित रहे।

जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पशुओं को समय से चारा एवं आवश्यक पशु चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँ।

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