प्रभात त्रिपाठी
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं। वारदात के बाद से फरार चल रहे मुख्य आरोपी शेख अशफाक हुसैन और मोइनुद्दीन पठान को गुजरात एटीएस ने मंगलवार को राजस्थान-गुजरात बॉर्डर से गिरफ्तार किया। आपको बतादें कि गिरफ्तारी के बाद दोनों हत्यारोपियों को 72 घंटे की रिमांड पर रखा गया है जिसके बाद उन्हें यूपी पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। इस बीच कमलेश तिवारी की अटॉप्सी रिपोर्ट से पता चला है कि हत्यारों ने वारदात के दौरान कम से कम 15 बार तिवारी पर चाकू से वार किया था। 18 अक्टूबर को लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी। आरोपी मिठाई के एक डिब्बे में चाकू लेकर आए थे।
सीने के बाईं तरफ चाकू से 7 वार
कमलेश तिवारी के शव की अटॉप्सी करने वाले किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके सीने के बाईं तरफ चाकू के सात वार का जिक्र किया है। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया के पास मौजूद रिपोर्ट की कॉपी के मुताबिक चाकू के हमलों से कमलेश तिवारी के सीने में तीन से चार सेंटीमीटर का सुराख हो गया था। इसके साथ ही तिवारी के शव के परीक्षण के दौरान दो जगह चाकू से रेते जाने के निशान मिलने हैं। इनमें से एक निशान उनकी गर्दन को रेतने का है।
पत्नी और गनर क्यों नहीं सुन पाए गोली की आवाज?
दिवंगत कमलेश तिवारी के शव के अन्य हिस्सों में बाकी घाव के निशान मिले हैं। रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि हत्यारों ने कम से कम एक बार गोली चलाई थी, क्योंकि तिवारी के मुंह के पास चेहरे के बाईं तरफ बुलेट इंजरी मिली है। यूपी पुलिस इस बात से हैरान है कि कमलेश तिवारी की पत्नी किरन और उनके अंगरक्षक पॉइंट-32 बोर पिस्टल से चली गोली की आवाज क्यों नहीं सुन पाए। वारदात के वक्त दोनों लोग घर के ग्राउंड फ्लोर पर ही थे।