दरोगा संजीव ने भेष बदलकर आरोपियों की जुटाई रिपोर्ट
निशंक न्यूज।
आगरा। ऐसा सिर्फ फिल्मों में नहीं होता रियल लाइफ में भी होता है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक दरोगा ने भेष बदलकर संवेदनशील इलाके में संदिग्धों पर नजर रखी। इसके लिए दरोगा ने अपनी मूंछे कटवा दी। गंदे कपड़े पहनें और ठेले पर घूम-घूमकर केले बेचे। इस दौरान साथ काम करने वाले पुलिसवाले भी दरोगा को पहचान नहीं सके। दरोगा के इस कारनामे की खबर विभाग के एक अधिकारी को थी। दरोगा ने अपनी रिपोर्ट अफसर को सौंप दी है। इस दौरान दरोगा का केले बेचते हुए फोटो व सीसीटीवी सोशल मीडिया पर वायरल है।
दरअसल, बीते 20 व 21 दिसंबर को फिरोजाबाद जिले में नागरिकता कानून के विरोध जमकर हिंसा हुई थी। यहां दो लोगों की मौत भी हुई। लेकिन हिंसा के बाद से कई आरोपी आगरा में आकर छिप गए। इस इनपुट पर थाना मंटोला क्षेत्र के सुभाष बाजार पुलिस चौकी प्रभारी दरोगा संजीव तोमर ने संदिग्धों पर नजर रखने के लिए अपना भेष बदल लिया और बिजलीघर क्षेत्र में ठेला लेकर घूमने लगा। दरोगा ने इसके लिए अपनी मूंछे साफ करा दी, बल्कि फुटपाथ से ऐसे कपड़े भी खरीदे जिससे कोई पहचान भी न सके।
सबसे दिलचस्प बात यह रही कि दरोगा संजीव को उनके साथी भी उस वक्त नहीं पहचान सके जब पुलिसबल बाजार में गश्ती कर रहे थे। इस दौरान दरोगा सुनील तोमर ने लोगों को लुभाने के लिए सस्ते केले बेचे और जानकारी हासिल की। इस दौरान दरोगा ने पांच दर्जन केले बेचे हैं।
थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि, फिरोबाजाद पुलिस ने सूचना दी थी कि एक आरोपी मंटोला में रिश्तेदार के घर छिपा है। इस पर पुलिस ने दरोगा को केले बेचने वाला बनाकर भेजा। मिशन कामयाब रहा। जो सूचनाएं चाहिए थीं, वो सही पाई गईं। पुलिस के अनुसार आरोपी को पकड़ लिया गया है।