हत्यारों ने स्वयं किया था अपना उपचार

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हत्यारों ने स्वयं किया था अपना उपचार       

निशंक न्यूज

अनीता सरस वाजपेयी। कानपुरः हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या करने के लिये गुजरात से आए दोनों शूटर वारदात के समय अपने ही हथियारों से घायल हो गए थे। एक के हाथ में गोली लगी तो दूसरा कमलेश के विरोध करते समय अपनी ही चाकू लगने से घायल हो गया था, लेकिन लोगों की नजर से  बचने के लिये दोनों ने स्वंय ही एक निजी दूकान से चिकित्सा का सामान लेकर अपना उपचार किया।

एसटीएफ सूत्रों की मानी जाए तो गुजरात एटीएस द्वारा पकड़े गये दोनों हत्यारोपितों अशफाक तथा मोइनुद्दीन शातिर दिमाग थे और वारदात के बाद भी अपने हाव-भाव से किसी की नजर में शक के दायरे में नहीं आना चाहते थे इसके लिये वह निरीह बनकर किसी अनजान का फोन लेकर अपने घर तथा करीबी लोगों से बात करते और अपनी चोट को उससे छिपाकर भी रखते थे।   ।

मोइनुद्दीन के हाथ में लगी गोली,अशफाक को चाकू

एसटीएफ के जानकार सूत्रों की मानी जाए तो कमलेश की हत्या करने के दौरान मोइनुद्दीन ने उसे गोली मारी इस दौरान गुस्से में उसके द्वारा किया गया एक फायर उसके हाथ से लगता हुआ निकला जिससे उसके हाथ की उंगली में चोट आई और खून निकलने लगा लेकिन इसके बाद भी वह जुनून में कमलेश पर फायर करने से पीछे नहीं हटा। बाद में एक गोली चेंबर में फंस जाने पर इन हत्यारों ने कमलेश की गर्दन रेती और इसके बाद उसकी मौत होने तक चाकू से एक दर्जन से ज्यादा प्रहार कमलेश के शरीर पर किये।

बरेली में स्वंय किया उपचार

जानकारों की मानी जाए तो दोनों आरोपितों के एक मददगार वकील ने दोनों के बरेली में रुकने के इंतजाम कराया था। लखनऊ में घटना को अंजाम देने के बाद दोनों बरेली गए। इस दौरान वारदात के समय आईं चोट में दर्द बढ़ने पर इन दोनों ने बरेली के एक मेडिकल स्टोर से स्वयं ही उपचार का सामान खरीदा। एमआऱ होने के चलते अशफाक को अनुभव था इसके चलते अशफाक ने पहले मोइनुद्दीन के हाथ की पट्टी मलहम किया इसके बाद उसने अपने जख्म का इलाज किया। दोनों अपना उपचार करने के बाद एक मौलाना के घर गए और यहां उसकी मदद से तीन घंटे तक उसके घर पर ही रुके।

पुलिस इस बात की पुष्टि करना चाहती है कि बरेली में दोनों हत्यारोपितों को तीन घंटे तक शरण देने वाले मौलाना को इनके द्वारा हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या करने की जानकारी थी या नहीं इसकी पुख्ता जानकारी के लिये आज मौलाना का इन दोनों से सामना कराया जाएगा अगर जानकारी होने की बात सामने आती है तो मौलाना के खिलाफ भी कड़ी कार्रावाई की जाएगी।

आज सामने आ सकते मददगारों के नाम

७२ घंटे की रिमांड पर लिये गये दोनों हत्यारोपितों से आज प्रदेश की हर खुफिया एजेंसी बात करेगी जिससे माना जा रहा है कि आज गुरुवार को इन दोनों से कई राज खुल सकते हैं और पुलिस के सामने इन दोनों के मददगारों के नाम भी सामने आ सकते हैं। निशंक न्यूज ने बुधवार को ही आपको बताया था कि आने वाले ७२ घंटों में कई राज सामने आ सकते हैं और मददगारों के नाम सामने आने के बाद पुलिस इनपर भी कारर्वाई कर सकती है।