अयोध्या में राम मंदिर बनेगा| चीफ जस्टिस रंजन गगोई की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के पांच जजों ने एकमत से फैसला दिया है| देश की सबसे बड़ी अदालत ने कहा है कि अयोध्या में विवादित भूमि पर राम मंदिर बनेगा| इसके लिए एक ट्रस्ट बनाया जाएगा, जो मंदिर बनाने के तौर-तरीके तय करेगी| तीन महीने में मंदिर बनाने का काम शुरू हो जाएगा| सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि मुस्लिमों को मस्जिद बनाने के लिए दूसरी जमीन दी जाएगी| उसने कहा कि मस्जिद बनाने के लिए मुस्लिम पक्ष को पांच एकड़ जमीन दी जाएगी |
देशभर की निगाहें आज सुप्रीम कोर्ट पर टिकी हुई थीं क्योंकि देश की सबसे बड़ी अदालत आज 70 साल पुराने बहुप्रतीक्षित मामले पर अपना फैसला सुनाने जा रही है। शुक्रवार रात नाटकीय अंदाज में सुप्रीम कोर्ट ने अपनी वेबसाइट पर यह नोटिफिकेशन जारी किया कि 9 तारीख (शनिवार) को वह अयोध्या मसले पर अपना फैसला सुनाएगा। आपको बतादें कि हिंदू और मुस्लिमों में आजादी के बाद से ही इस मुद्दे को लेकर आपसी विवाद चलता आ रहा है। अदालत के पास, जो केस है वह 2.77 एकड़ जमीन से जुड़ा है, जिस पर हिंदू पक्ष राम जन्मभूमि होने का दावा करता है और मुस्लिम पक्ष हमेशा से बाबरी मस्जिद होने का दावा करता रहा है। अपने निर्णय से सुप्रीम कोर्ट को जमीन के इस हिस्से का मालिकाना हक तय करना था जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया| आपको बतादें कि सुप्रीम कोर्ट ने जहाँ विवादित ज़मीन का फैसला रामजन्मभूमि न्यास के हक़ में सुनाया है वहीँ केंद्र सरकार को विवादित ज़मीन पर 3 महीने के अंदर मंदिर निर्माण करने का निर्देश दिया है| इसके अलावा सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन अयोध्या में ही दिए जाने का फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाया गया है|