कानपुर में मेट्रो युग का सूत्रपात
निशंक न्यूज़
कानपुर में मेट्रो युग का जो सपना उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार ने 2015 में देखा था, उसे आज शुक्रवार को भाजपा सरकार ने धरातल पर उतार कर साकार कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिलान्यास कर मेट्रो परियोजना को हरी झंडी दे दी और इसी के साथ लक्ष्य तय हुआ कि 2021 तक हर हाल में मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू हो जाए। जाम के रोज दो-चार हो रहे शहर के लिए यह परियोजना किसी सौगात से कम नहीं है।
याद दिला दें कि 2013 में तब के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ, कानपुर और आगरा में मेट्रो ट्रेन संचालन का खाका तैयार करवाया था। लखनऊ में यह परियोजना तेजी से परवान चढ़ी और 2017 आते तक वहां मेट्रो चलने लगी। कानपुर में 2016 को गुरुदेव पैलेस के पास पॉलिटेक्निक परिसर के एक तरफ मेट्रो डिपो के लिए शिलान्यास कर इस परियोजना की आधारशिला रख दी गई। काम मंद गति से शुरू हुआ और इस बीच विधानसभा चुनाव आ गए और इसके बाद काम लगभग ठप रहा। इस साल (2019) की शुरूआत में केंद्र सरकार से मंजूरी के बाद एक बार फिर परियोजना ने तेजी पकड़ी। सपा याद दिला रही है कि यह योजना तो उनकी सरकार में बनी थी। लेकिन यह भी सच है कि इस योजना पर राजनीति और श्रेय का जिक्र करने के बजाय यूपी की भाजपा सरकार ने जनहित को तरजीह देते हुए इसे पूरा करने की ठानी।
इंफ्रास्ट्रक्चर का काम नामीगिरामी कंपनी एफकॉन्स को सौंपा गया है और उसने जिम्मेदारी भी संभाल ली। जरूरी उपकरण और मशीनें आ गईं हैं। पिलर बनाने का काम शुरू हो गया है।
ये रही योजना
पहले चरण में आईआईटी से मोतीझील तक ट्रैक बनेगा और इसके बीच नौ स्टेशन होंगे। यानी आईआईटी से मेट्रो चलकर कल्यानपुर, एसपीएम अस्पताल, , गुरुदेव पैलेस चौराहा, रावतपुर और हैलट अस्पताल होते हुए मोतीझील तक (8.728 किलोमीटर) पहुंचेगी। इस परियोजना पर कुल खरचा लगभग 734 करोड़ होगा।
इतने सारे फायदे
मेट्रो चलने के बाद मुख्य सड़कों पर किसी हद तक ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। कल्याणपुर, यूनिवर्सिटी, नौ नंबर क्रासिंग, गुरुदेव चौराहा, गीतानगर क्रासिंग, रावतपुर, गोल चौराहा और आसपास रास्तों को जाम से राहत मिल सकेगी। कम किराए पर शानदार सफर कर सकेंगे। खरचे के साथ समय भी बचेगा। तय समय पर तय स्थान पर पहुंच सकेंगे। वाहनों के कारण प्रदूषण से किसी हद तक राहत मिलेगी। अगले चरण में नौबस्ता, बर्रा, यानी साउथ सिटी तक मेट्रो का जाल बिछाने की योजना है। जिस वक्त मुख्यमंत्री मेट्रो की आधारशिला रख रहे थे, बड़ी संख्या में भाजपा के स्थानीय नेता, मंत्री, सांसद और विधायक मौजूद थे। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी खासतौर पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर मेट्रो के काम का उद्घाटन किया।