संगम एक्सप्रेस में गाजियाबाद के यात्री की हालत बिगड़ी, मौत

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मृतक माशूक अली

निशंक न्यूज।

कानपुर देहात: मंगलवार रात इलाहाबाद से मेरठ जा रही डाउन की संगम एक्सप्रेस के आरक्षित कोच में सवार 75 वर्षीय झलावा थाना निवाड़ी गाजियाबाद निवासी यात्री की हालत बिगड़ने लगी। कंट्रोल की सूचना पर जीआरपी झींझक ने उन्हें उतार कर झींझक सीएचसी पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

  माशूक अली निवासी झलावा थाना निवाड़ी गाजियाबाद पूर्व में एक इंटर कालेज में लैब अटेंडेंट की नौकरी करते थे। वर्ष 2004 में सेवानिवृत्त होने के बाद ग्रेच्यूवटी का पैसा प्राप्त न होने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस किया था। और घर से दो दिसंबर को इलाहाबाद आए थे। तीन दिसंबर को कोर्ट में तारीख थी। इसके बाद वे इलाहाबाद में रुके रहे। 10 दिसंबर को उनका संगम एक्सप्रेस के आरक्षित कोच एस टू के सीट नंबर 12 में आरक्षित थी। उसी में सवार होकर वे इलाहाबाद से गाजियाबाद जा रहे थे। ट्रेन जैसे ही फतेहपुर स्टेशन के पास पहुंची थी तभी माशूक अली की हालत बिगड़ने लगी। इस पर सह यात्रियों ने सूचना स्काट के सिपाहियों को दी। स्काट के सिपाहियों ने कंट्रोल को सूचना दी कि कोच संख्या एस टू में यात्री बुलाने पर भी बोल नहीं रहा है। कंट्रोल की सूचना पर रात 12 बजकर 19 मिनट पर संगम एक्सप्रेस झींझक स्टेशन पर पहुंचने पर जीआरपी के कांस्टेबिल विनय कुमार व आरपीएफ कांस्टेबिल पीके तिवारी ने उन्हें ट्रेन से उतारकर झींझक सीएचसी पहुंचाया जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। म्रतक के पास मिले मोबाइल से सूचना उसके परिजनों को दी। जिस पर झींझक स्टेशन पहुंचे झलावा थाना निवाड़ी गाजियाबाद निवासी अनीश ने मृतक की शिनाख्त अपने पिता माशूक अली के रूप में की है। अनीश ने बताया कि पिता इंटर कालेज में लैब अटेंडेंट थे। सेवानिवृत्त के बाद उन्हें ग्रेच्यूवटी का पैसा नहीं मिला था। उसी का केस हाईकोर्ट में चल रहा था। तीन तारीख को तारीख लेने आए थे। उसी के बाद वापस जा रहे थे तभी यह हादसा हो गया।