राज्यपाल ने तकनीक के जरिए बढ़ते प्रदूषण का समाधान निकालने पर दिया जोर

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निशंक न्यूज।

कानपुर।  शहर आयीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इंजीनियरिंग छात्रों का आवाहन किया कि वे तकनीकी के जरिए पराली और प्रदूषण की समस्या को हल करने के लिए शोध करने के काम पर अपने को केंद्रित करें। क्योंकि प्रदूषण समाज के लिए एक बड़ी और खतरनाक समस्या के रूप में सामने आया है। शहर में हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में उन्होंने कहा है कि पराली के उपयोग से ऐसे उपकरण बनाए जाएं, जो आम आदमी के लिए लाभदायक सिद्ध हों। इसके लिए प्रोफेसरों को भी नई तकनीक पर नवाचार में आगे आना होगा।

एचबीटीयू में आज पहले दीक्षा समारोह का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्य अतिथि पद्ममश्री संजय गोविंद धांडे ने शुभारंभ किया। यहां समारोह में 13 विद्यार्थियों को कुलपति स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक दिए गए। वहीं एमटेक के 111 व एमटेक के 55 छात्र छात्राओं को उपाधि दी गई। बतौर विशिष्ट अतिथि शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण व प्राविधिक शिक्षा सचिव राधा चौहान मौजूद रहे।

राज्यपाल ने कहा कि देश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए तकनीकी शिक्षा व नवाचार आवश्यक है। लेकिन, तकनीकी शिक्षा के साथ अगर चरित्र निर्माण ना हो तो वह किसी काम की नहीं है, इसकी शुरुआत स्कूल स्तर से ही हो जाती है। पढ़ाई के साथ साथ समाज सेवा सद्भावना वह सत्य निष्ठा भी जरूरी है।

दीक्षा समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि स्कूली छात्र व्हाट्सएप व मोबाइल पर अपना समय गुजार रहे हैं जो कि गलत है। शिक्षकों को चाहिए कि उन्हें ऐसी पुस्तकों का अध्ययन कराएं जिससे वे इनसे दूर होकर उसको के करीब पहुंचे। अच्छी किताबें मोबाइल से उन्हें दूर करेंगी और यही उनके संस्कार की बुनियाद बनेंगी।