विकास वाजपेयी
जब पुलिस सुस्त होती है तो अपराधी मस्त हो जाते है। ये कोई फिल्मी डायलॉग नहीं महोबा जिले की हकीकत है जब एक व्यापारी से अपराधियों ने पैसे की मांग की तो उसने उसको अनदेखा कर दिया फिर क्या था कानून से बेखौफ अपराधियों ने साथियों के साथ मिलकर उसके घर पर धावा बोल दिया गलिमत ये रही कि घर पर हुई गोलीबारी के समय व्यापारी घर पर नहीं था।
हालांकि हमेशा की तरह पुलिस को काफी समय बाद घटना की जानकारी मिल सकी। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पास पड़ोस के लोगो ने फोन करके जानकारी दी।
महोबा जिले के जारीगंज ढलेटन पुरवा मोहल्ले में नवीन कुमार पुरवार का घर है । रविवार की शाम नवीन के पास एक अनजान व्यक्ति ने फोन करके अपना नाम छोटे मियाँ बताया और नवीन से 5 लाख रुपये रंगदारी देने की बात कही। ये सारी बात नवीन ने पुलिस को सूचित की और इस पूरे मामले को किसी की शरारत समझ कर भूल गए । उधर समय से रंगदारी की रकम न मिलने से बौखलाए अपराधियों ने रणनीति के तहत दहशत फैलाने के उद्देश्य से अपने कई साथियों के साथ नवीन के घर पर धावा बोल दिया गलिमत ये रही कि उस समय नवीन किसी जरूरी काम से बाहर गए थे। दबाव बनाने के साथ बदमाशों ने नवीन के घर को निशाना बना कर कई राउंड फायरिंग कर दी। हालांकि जब पड़ोसियों ने गोली की आवाज़ सुनी तो कुछलोग बाहर निकल कर मामले को समझने के लिए नवीन के घर की तरफ दौड़े लेकिन बदमाशों ने उन पर भी गोलियां चला दी। यहीं नहीं ये अपराधी जब जाने लगे तो हिदायत देते हुए गए कि यदि समय से रंगदारी की रकम उन लोगों तक नहीं पहुँची तो नवीन को जान से हाथ धोना पड़ेगा। घटना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस को नवीन के घर वालों की तरफ से रंगदारी मांगने की तहरीर दी गई है जिसमे छोटे मियाँ के साथ साथ एहशान कुरैशी, दिलशाद, अफ़ज़ल , मुजिफ और लईक के नाम रिपोर्ट दी गयी है। लोगों में इस घटना के बाद काफी आक्रोश है और उनका कहना है कि इस तरह से यदि अपराधियों के हौसले बुलंद रहे तो लोगों को काम धंधा छोड़कर जिले से पलायन करने को मजबूर होना पड़ेगा। पुलिस ने लोगों को बाद में आस्वस्त किया है कि जल्द ही पूरे मामले की तहकीकात करके दोषियों को सजा दिलाने का काम किया जाएगा।