बकाया भुगतान को लेकर कई महीनों से तंग था कर्मचारी।
राजस्व विभाग की दूषित कार्यप्रणाली के चलते गई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की जान।
अनंत दीक्षित निशंक न्यूज़
बाँदा :वेतन व बकाया के भुगतान की मांग को लेकर के राजस्व विभाग का चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी, के द्वारा अपने ही विभाग से कई बार मांग करने के बाद भुगतान न करने की वजह से अपने जीवन लीला को समाप्त करने के उद्देश्य से तहसील परिसर में ही मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह कर लिया गया है। वहीं दूसरी तरफ जनपद बांदा में आज सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री का, जहां बांदा आगमन हुआ है। वहीं जिले के नरैनी तहसील के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने आत्मदाह करके तहसील परिसर में ही अपने जीवन लीला को समाप्त कर लिया है। हैरानी की बात यह है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के द्वारा कई बार लिखित व मौखिक रूप से वेतन भुगतान व बकाया भुगतान को लेकर के विभाग को अवगत कराया गया। लेकिन नौबत यहां तक आ गई कि, विभाग ने अपनी हठधर्मिता कार्यशैली पर कायम रहते हुए एक कर्मचारी की जान ले ली।
जनपद बांदा के नरैनी तहसील में ही चतुर्थ श्रेणी पद पर अमीन के सहायक चपरासी चुन्नू संबंधित विभाग से कई मर्तबा लिखित व मौखिक रूप से कह कर के अपने वेतन व बकाया के भुगतान की मांग को विभाग को अवगत कराया। लेकिन विभाग ने उसकी एक न सुनी और आर्थिक तंगी के चलते उसने आज नरैनी तहसील परिसर में ही पहुंचकर अपने शरीर में मिट्टी का तेल डालकर अपने आप को आग के हवाले कर दिया है। जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरैनी में प्राथमिक उपचार होने के उपरांत गंभीर स्थित होने के कारण बांदा ट्रामा सेंटर के लिए रिफर किया गया है। जहां पीड़ित कर्मचारी की मौत हो गई है।
मृतक के पुत्र सुरेश कुमार ने बताया है। कि सहायक अमीन के चपरासी पद पर नियुक्त हैं मेरे पिता, और अपने बकाया वेतन की मांग को लेकर संबंधित विभाग को कई बार लिखित दिए थे। साथ में कार्यवाही न होने के कारण यथा स्थिति पर कोर्ट के द्वारा स्टे भी मेरे पिता के पक्ष में किया गया था। लेकिन संबंधित एसडीएम के द्वारा भुगतान न करने पर मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान होने के कारण आज उन्होंने ऐसा कदम उठाया है,हम लोगों को इस घटना की जानकारी तब हुई जब इन्होंने मिट्टी का तेल डाल कर के अपने आप को आग के हवाले कर दिया। जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।