निशंक न्यूज।
कानपुर। महिलाओं के प्रति समाज में बढ़ते अत्याचार को देखते हुए महिला मंच ने आज फूलबाग गांधी प्रतिमा के नीचे महलाओं को उनके मानवाधिकार के प्रति जागरूक किया।
महिलाओं ने कहा कि हम लोग समाज का एक बड़ा हिस्सा हैं लेकिन फिर भी हमें बहिष्कृत लोगों मे गिना जाता है। जिंदा रहने के लिए जो भी मानवाधिकार चाहिए उनमे बुनियादी जरूरतों तक के लिए हम और हमारे बच्चे संघर्ष कर रहे हैं। हम लोगों को न पीने को साफ पानी है न शौचालय और न ही ठीक-ठाक रोजगार।
महिला मंच की प्रदेश अध्यक्ष नीलम चतुर्वेदी ने कहा कि लंबे समय से महिलाओं की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए हम निरंतर कायर् कर रहे हैं। गरीब महिलाएं दिन-रात दूसरे के घरों में मजदूरों की तरह काम कर रहीं है और अपना पेट काट कर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की कोशिश कर रहीं हैं। हम उन गरीब महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को उन तक पहुंचाने का निरंतर काम कर रहे हैं।
महिला मंच की सदस्य प्राची त्रिपाठी ने कहा कि आज देश का युवा ज्यादातर बुरी तरह बिगड़ चुका है कारण है बेरोजगारी ऐसे युवाओं को रोजगार या बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।, जिसमें पचास फीसदी युवतियों का होना अनिवार्य है। तभी बहिष्कृत महिलाओं की मेहनत सार्थक होगी।
कार्यक्रम में महिला मंच की ओर से अर्चना पांडेय, माया कुरील, पुष्पा तिवारी, प्रभावती, प्राची त्रिपाठी, अनुज क्लैंसी, राकेश अग्रवाल, ऋषभ शुक्ला, स्वप्निल शुक्ला, ममता गुप्ता, उमा, माया सिंह, अनुपमा तिवारी, शीला सिंह, नीसा आदि ने भागीदारी की।