निशंक न्यूज
औरैया। ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाली भाजपा के एक नेता (ब्लाक प्रमुख) ने ही इस मुहिम को झटका दिया है। इस नेता की शादी 24 नवंबर को होनी थी। वर और वधु पक्ष तैयारी में जुटे थे। मंगलगीत गाए जा रहे थे। तभी यह नेता पड़ोस की लड़की को लेकर रफूचक्कर हो गए। इस सूचना ने दोनों पक्षों को आवाक कर दिया और कई आंखें आंसुओं से भीग गईं। लड़की के परिवार वाले ब्लाक प्रमुख घर पहुंचे तो वहां दोनों पक्षों में मारपीट हो गई।
बेला क्षेत्र के नौसारा गांव निवासी कौशलेंद्र राजपूत भाजपा के समर्थन से बिधूना के ब्लॉक प्रमुख बने थे। कौशलेंद्र राजपूत की शादी कन्नौज जिले के तिर्वा थाने के गांव कमलेपुर्वा में तय हुई थी। बीते 17 नवंबर को गांव में ही तिलकोत्सव सम्पन्न हुआ। 24 को बारात जानी थी। किसी को नहीं पता था कि कौशलेंद्र अपने पड़ोस की लड़की से मोहब्बत करते हैं। खबर तो तब हुई जब गुरुवार की रात कौशलेंद्र अपनी प्रेमिका को साथ लेकर गायब हो गए। पूरे गांव और जिले में जंगल में आग की तरह खबर फैल गई। लड़की को घर से गायब देख उसके परिवार वाले परेशान हो गए और कौशलेंद्र के घर जा धमके। दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। कुछ लोगों ने बीचबचाव किया और इस बीच पुलिस भी पहुंच गई। दोनों पक्षों को शांत किया। थानाध्यक्ष ब्रजेश भार्गव का कहना है की कौशलेंद्र लड़की को लेकर फरार हैं। कौशलेंद्र के भाई रोहिताश की तरफ से मारपीट का शिकायतीपत्र दिया गया है। लड़की पक्ष से कोई तहरीर नहीं मिली है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद से भाजपा जिलाध्यक्ष गीता शाक्य और ज्यादातर नेताओं के फ़ोन बंद हैं। गांव वाले चर्चा कर रहे हैं कि कौशलेंद्र को किसी लड़की से प्यार था तो उन्होंने शादी के लिए हामी क्यों भरी। उस लड़की का क्या होगा, जिससे 24 को उनकी शादी होने वाली थी। क्या कौशलेंद्र की इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह अपनी इस प्रेम कहानी को अपने परिजनों के सामने सार्वजिनक करते। इस मामले में भाजपा नेताओं के मुंह बंद हैं। वे शर्मशार हैं लेकिन क्या करें समझ नहीं आ रहा। दबे मुंह से कहा जा रहा है कि भाजपा के इस नेता यह कौन से नजीर पेश की।