नगर निगम कार्यकारिणी के चुनाव में क्रास वोटिंग और पार्टी से बगावत करने की दी सजा
मनोज यादव
निशंक न्यूज/कानपुर। नगर निगम कार्यकारिणी के चुनाव में क्रास वोटिंग और भाजपा पार्षदों के हारने से भाजपा नेतृत्व नाराज है। महापौर, क्षेत्रीय अध्यक्ष, दोनों जिलाध्यक्षों को लखनऊ तलब किए जाने के बाद भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने कड़ा कदम उठाया है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने कार्यकारिणी चुनाव का पूरा सिजरा मांगा है। बैठक के बाद लौटे पार्षद दल के नेता ने बागी हुए दो पार्षदों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। दोनों ही पार्षदों ने पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा था।
पिछले दिनों नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव में भाजपा के बागी प्रत्याशियों ने पार्टी का खेल बिगाड़ दिया था। छह पदों के लिए हुए चुनाव में पार्टी के चार सदस्य चुने जाने तय थे, लेकिन बगावत के चलते तीन सदस्य ही जीत सके थे। चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी राशिद महमूद तक जीत गए थे। भाजपा प्रत्याशी रमेश हटी ने पराजय के बाद चुनाव पर आपत्ति की थी जिस पर नतीजों की घोषणा रोक दी गई थी। महापौर प्रमिला पांडेय व पार्टी पार्षद दल के नेता महेंद्र शुक्ला ने गिरीश चंद्रा, सुमन द्विवेदी, दीपक शर्मा और रमेश हटी को प्रत्याशी घोषित किया था। इसके बावजूद पार्टी के राघवेंद्र मिश्रा, निर्मला मिश्रा और धीरेंद्र त्रिपाठी मैदान में उतर गए थे। भाजपा के बागी प्रत्याशी राघवेंद्र मिश्र 13 वोट पाकर जीत गए। वहीं निर्मला मिश्रा सात वोट पा सके थे। धीरेंद्र त्रिपाठी नामांकन कराने के बाद बैठ गए थे, उन्हें एक भी मत नहीं मिला था।
नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव को लेकर खींचतान से नाराज प्रदेश नेतृत्व ने बुधवार को स्थानीय नेताओं को बुलाया था। रात आठ बजे पहले प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठक में मुख्य रूप से इसी पर चर्चा हुई। बाद में महामंत्री संगठन ने बैठक की थी। बैठक में कानपुर से गए नेताओं के पास पूरा डाटा नहीं था कि पार्टी के किस पार्षद को किसे वोट करना था। प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन ने पूरा सिजरा मांगा था।
भाजपा पार्षद दल के नेता महेंद्र शुक्ला ने गुरुवार को पत्र जारी करते हुए बागी पार्षद राघवेंद्र मिश्रा और निर्मला मिश्रा को पार्टी से निकाल दिया है। महापौर को भेजे गए पत्र में उन्होंने लिखा है कि कार्यकारिणी चुनाव पार्षद राघवेंद्र मिश्रा व निर्मला मिश्रा ने पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ा। इसे लेकर बैठक हुई, जिसमें पार्टी के सुनील बंसल, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह और कानपुर के दोनों अध्यक्ष ने दोनों पार्षदों को पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में लिप्त पाया है, इसलिए दोनों को पार्टी से निकाला जाता है। उनके इस पत्र के बाद पार्टी पार्षदों में खलबली मच गई है। फिलहाल पार्टी से निकाले जाने के बाद दोनों पार्षद कुछ बोलने को तैयार नहीं है। निर्मला मिश्रा का कहना है कि अभी जानकारी नहीं लेकिन जनता के लिए वह काम करती रहेंगी।