निशंक न्यूज
झांसी। यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में बुंदेलखंड के 5 जिलों (झांसी, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा) में रविवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया। 9 बजे तक हमीरपुर में सबसे ज्यादा 9.58 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि सबसे कम झांसी में 7.7 प्रतिशत मतदान हुआ। कई जगह ईवीएम खराब होने के कारण मतदान नहीं हो पाया।
झांसी सदर सीट से मुन्नालाल धर्मशाला और मोंठ के सीपी इंटर कॉलेज के एक-एक बूथ की ईवीएम खराब हो गई। जिसके कारण समय पर मतदान शुरू नहीं हो पाया। वहीं, जालौन में उरई विधानसभा के बूथ संख्या 294 की ईवीएम खराब हो गई। वहां पर 45 मिनट बाद वोटिंग शुरू हो पाई। जिसके कारण मतदाताओं ने नाराजगी जताई। इसके अलावा महोबा की चरखारी विधानसभा के 2 पोलिंग बूथों पर ईवीएम खराब हो गई। महोबकंठ के पिपरी गांव में ईवीएम खराव होने से मतदान प्रभावित रहा। बता दें कि इन जिलों की 13 सीटों पर 156 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इनके लिए मतदाता शाम 6 बजे तक वोट डाल सकेंगे। सबसे ज्यादा झांसी में 4 विधानसभा क्षेत्र में मतदान होगा। वहीं, जालौन में 3, हमीरपुर, ललितपुर और महोबा में 2-2 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे।
स्वतंत्र देव सिंह ने जालौन में वोट डाला व महोबा में दुल्हन विदाई से पहले वोट डालने पहुंची
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह लखनऊ से हेलीकॉप्टर से वोट डालने जालौन के उरई पहुंचे। उन्होंने पोलिंग बूथ संख्या 391 में वोट डाला। वहीं, महोबा में विदाई से पहले दुल्हन गीता शादी के जोड़े में मतदान करने पहुंची। गीता ने वोट देकर लोगों से मतदान की अपील की।
5 जिलों में सुबह 9 बजे तक मतदान प्रतिशत
झांसी- 7.70
जालौन- 9.53
हमीरपुर-9.58
महोबा-8.00
ललितपुर- 9.36
सबसे ज्यादा झांसी में 45 प्रत्याशी मैदान में
झांसी की 4 विधानसभा सीट पर 45 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें गरौठा से सबसे ज्यादा 14, बबीना से 11, मऊरानीपुर और झांसी सदर से 10-10 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। चारों विधानसभा में 15 लाख 18 हजार 270 मतदाता ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का बटन दबाकर 45 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला लिख देंगे। मतदान के लिए 925 मतदान केंद्रों पर 1739 बूथ बनाए गए हैं। झांसी में 20 हजार से ज्यादा जवानों की ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है।
जालौन में 1613 बूथ पर डाले जाएंगे वोट
जालौन में 3 विधानसभा सीट पर 44 प्रत्याशियों का भाग्य मतदाता लिखेंगे। जालौन में 1613 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जहां पर 12 लाख 82 हजार 466 मतदाता वोट डालेंगे। सबसे ज्यादा कालपी में 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। जबकि माधोगढ़ और उरई में 13-13 प्रत्याशियों का भाग्य लिखा जाएगा। चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए करीब 23 हजार जवान तैनात किए गए हैं।
ललितपुर-हमीरपुर-महोबा में दो-दो सीटों पर मतदान
ललितपुर में दो सीटों पर 26 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां पर 1148 पोलिंग बूथ पर 9 लाख 36 हजार 975 मतदाता वोट डालेंगे। महरौनी में 15 और ललितपुर में 11 प्रत्याशियों का भाग्य लिखा जाएगा। वहीं, हमीरपुर में दो सीटों पर 17 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां पर 972 पोलिंग बूथ पर 8 लाख 10 हजार 109 मतदाता वोट डालेंगे। महोबा में दो सीट पर 24 प्रत्याशियों का भाग्य आज वोटर लिखेंगे। यहां बनाए गए 787 पोलिंग बूथ पर 6 लाख 61 हजार 57 मतदाता वोट डालेंगे।
बुंदेलखंड की ये 4 हॉट सीट
1. जालौन: पूर्व सांसद की पत्नी और पहली पत्नी का साला मैदान में
जालौन की उरई विधानसभा सीट पर दिग्गजों की फौज चुनावी मैदान में उतरी है। इस सीट पर भाई-बहन एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं, जिसमें पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी की दूसरी पत्नी उर्मिला सोनकर खाबरी कांग्रेस से टिकट लेकर चुनावी मैदान में उतरी हैं। जबकि पूर्व सांसद खाबरी की पहली पत्नी के भाई सतेंद्र सिंह उर्फ श्रीपाल ने बीएसपी से ताल ठोकी है। जबकि पूर्व सांसद खाबरी महरौनी से चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा के वर्तमान विधायक गौरीशंकर वर्मा फिर से चुनावी मैदान में है, जबकि 3 बार के विधायक पूर्व मंत्री दयाशंकर वर्मा ने सपा से चुनावी मैदान है। यहां के चुनाव जबरदस्त रोमांचित है।
2. ललितपुर: राज्यमंत्री मन्नू कोरी की प्रतिष्ठा दांव पर
यूपी सरकार के श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहरलाल पंथ उर्फ मन्नू कोरी ललितपुर जिले के महरौनी सीट से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने बीएसपी की किरण रमेश खटीक और सपा प्रत्याशी रामविलास रजक मैदान में उतरे हैं। बता दें कि रमेश खटीक ने 2012 और 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन दानों बार हार गए थे। दिसंबर 2021 में उन्हें जमीन के मामले में जेल हो गई। तब बीएसपी ने उनकी पत्नी को टिकट दे दिया। वहीं, जालौन निवासी पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी भी कांग्रेस से चुनावी मैदान में हैं।
3. झांसी: दो बार के विधायक को कड़ी टक्कर
2012 में बुंदेलखंड से भाजपा के इकलौते विधायक रवि शर्मा हैट्रिक लगाने के लिए इस बार भी झांसी सदर सीट से मैदान में उतरे हैं। लेकिन उनकी राह आसान नहीं है। सपा के प्रत्याशी सीताराम कुशवाहा उन्हें सीधी टक्कर दे रहे हैं। सीताराम दो विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। दोनों बार उन्हें रवि शर्मा ने ही हराया है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी राहुल रिछारिया के परिवार की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। प्रदेश महासचिव रिछारिया कांग्रेस में कई पदों पर रहे हैं। उनके बाबा स्व: गोविंद रिछारिया लोकसभा व राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। जबकि पिता ओम प्रकाश यूपी सरकार में केबिनेट मंत्री थे। रिछारिया फैमिली 3 पीढ़ियों से कांग्रेस में हैं। जबकि बीएसपी के कैलाश साहू का जोश भी कम नहीं है।
4. बबीना विधानसभा: पूर्व सांसद डॉ. चंद्रपाल यादव की प्रतिष्ठा दांव पर
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के करीबी राजीव सिंह पारीछा दूसरी बार विधायक बनने के लिए बबीना विधानसभा से मैदान में उतरे हैं। लेकिन 2017 में हार का सामना करने वाले पूर्व सांसद डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव के बेटे सपा प्रत्याशी यशपाल यादव उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इस सीट से यादव फैमिली की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। एक बार सांसद व एक बार विधायक रह चुके डॉ. चंद्रपाल अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन एशिया प्रशांत के अध्यक्ष और कृषक भारती सहकारी लिमिटेड (कृभको) के चेयरमैन हैं। बता दें कि तीसरे चरण के 59 सीटों पर यशपाल सबसे अमीर प्रत्याशी है। उनकी संपत्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी ज्यादा है। यशपाल पर क्रिकेट किट, कंबल व शाल बांटने पर दो मुकदमें भी हो चुके हैं।