बिधनू हादसे में गंभीर मां बच्चे की हालत में सुधार

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महेश सोनकर

निशंक न्यूज/कानपुर। बिधून में बीते दिन हुए हादसे में गंभीर बच्चे और मां की हालत में अब सुधार दिखाई दे रहा है। गोपाल नगर में एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर दिया था। रात में कमरे के अंदर सो रहे परिवार में पिता-नवजात पुत्री का दम घुट गया, वहीं मां व दो बच्चों की हालत गंभीर हो गयी।

घर अंगीठी जलाकर कमरे में सो रहे परिवार का दम घुटने से पिता सहित 3 दिन की बच्ची की मौत हो गई। पत्नी और दो बच्चे गंभीर हालत में हैलट हॉस्पिटल के इमरजेंसी में भर्ती कराए गए थे। जहां पत्नी  और एक बच्चे की हालत में सुधार है। वही एक बच्चे की हालत गम्भीर बनी हुई है। पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल कर दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताते चलें कि बुधवार को दोपहर में दोनों बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने वाले युवक अमित घर गया था। काफी देर तक जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने पड़ोसियों को घटना की जानकारी दी। जानकारी पर पहुंचे पड़ोसी दरवाजा तोड़कर कमरे में जैसे दाखिल हुए तो अंदर का नजारा देख सभी के होश उड़ गए। बदहवास पत्नी बोली की पति और बच्चे सो रहे हैं। उनको सोने दो पड़ोसियों ने आनन-फानन में घटना की जानकारी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही बिधनू थाने का फोर्स मौके पर पहुँचा। जिसके बाद पुलिस ने घटना की जाँच कर दोनो शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया और घायलों को को हैलट में भर्ती कराया।

40 वर्षीय गोपाल दुबे गोपालनगर में कोरियर फर्म चलाने वाले उमेश गुप्ता उर्फ डब्बू के घर की चौथी मंजिल पर पत्नी प्रीति, 12 वर्षीय बेटे अक्षत, 10 वर्षीय बेटी पलक और तीन दिन पूर्व पैदा हुई दूसरी बेटी के साथ करीब सवा साल से किराये पर रह रहे थे। उमेश ने बताया कि गोपाल उनकी फर्म में ही कोरियर डिलीवरी का काम करते थे और कुछ समय पूर्व उन्होंने साथ मिलकर लोडर भी खरीदा था। गोपाल की पत्नी प्रीति का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है इसलिए डिलीवरी के दौरान गोपाल ने 15 दिन की छुïट्टी ले ली थी। मंगलवार रात करीब 11 बजे वह परिवार समेत कमरा बंद कर सोए थे।

आखिर क्या वजह रही कि कोरियर कर्मी गोपाल दुबे का पूरा परिवार गहरी नींद में सोता रहा और धुआं भरने पर सांस लेने में दिक्कत होने पर भी किसी ने कोई प्रतिरोध तक नहीं किया। यही नहीं गोपाल का शव फर्श पर औंधे मुंह क्यों पड़ा मिला और उनकी पीठ पर स्वेटर पर जले हुए कोयले के टुकड़े क्यों लगे थे। घटना के बाद ऐसे तमाम सवाल खड़े हुए हैं, जिनका जवाब अब तक पुलिस व आसपास रहने वाले लोग भी नहीं दे सके हैं। परिवार वाले और रिश्तेदार भी घटना पर संदेह जता रहे हैं।