लोक लाज का भय दिखाकर आरोपी पर नहीं की कार्रवाई, नाबालिग ने लगाई आग
महेश सोनकर
निशंक न्यूज़/कानपुर। प्रदेश में महिलाओं केखिलाफहो रहे अत्याचार खत्म नहीं हो रहे। एक ओर सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़े बड़े दावे करती है वहीं दूसरी ओर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह फेल दिखाई दे रही है। ऐसा ही एक मामला आज और सामने आया। जहां युवक एक नाबालिक को अपने प्रेम जाल में फांस कर उसका शारीरिक शोषण करता रहा और शादी की झांसा दे कर मुकर गया।फतेहपुर में नाबालिक युवती ने लोक लाज के डर से मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। घर वालों ने आग बुझा कर गंभीर रूप से झुलसी युवती को हैलट हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं परिजनों ने पुलिस पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
थाना फतेहपुर अकबर खेड़ा की रहने वाली एक नाबालिक ने बीते 15 तारीख को सुबह तड़के आग लगा ली। भाई ने बताया कि वह चार भाई दो बहने हैं। छोटी बहन का अपनी ही जाति के युवक अजय सिंह से 3 वर्ष से प्रेम संबंध थे। 11 तारीख को आरोपी अजय को देर रात अपने ही घर में पकड़ा। आरोपी अजय मारपीट कर मौके से फरार हो गया। जबकि उसका मफलर और मोबाइल वहीं छूट गया। सुबह गांव वालों की पंचायत बुलाई गई जिसमें दोनों परिवार वाले शादी करने को तैयार हो गए और 13 तारीख को मंदिर में शादी करना तय हुआ। इसको लेकर भाई ने सारी तैयारियां कर ली थी। लेकिन दूसरा पक्ष नहीं पहुंचा तो भाई उन्हें बुलाने पहुंचा। अजय के परिवार नें शादी करने से इनकार कर दिया, वही अजय फरार हो गया। जिसकी शिकायत करने लड़की पक्ष थाने पहुंचा। थाना इंचार्ज ने नाबालिक और लोक लाज का भय दिखाकर मामला रफा-दफा करने को कहा जिस पर परिवार वापस घर लौट आया। भाई ने बताया कि 14 तारीख को बहन देर शाम लड़के पक्ष को मनाने उसके घर गई और कहा कि उसकी गांव में काफी बदनामी हो रही है। उसका और उसके परिवार का घर से निकलना दुश्वार हो गया है। लेकिन वहां भी उसे धिक्कार कर भगा दिया। बहन वापस घर आई और 15 तारीख सुबह बहन ने उसे जगाया और जानवरों को चारा डालने के लिए भेज दिया। पत्नी भी उठकर फ्रेश होने चली गई। इसी बीच बहन ने मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। हैलट अस्पताल में मेडिकल परीक्षण में डॉक्टरों ने उसे बताया कि बहन का दो बार अबॉर्शन हो चुका है। वही बहन तीन माह की प्रेग्नेंट भी है। भाई ने बताया कि अगर पुलिस लोक लाज का भय ना दिखाती, अगर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो यह नौबत ना आती। पुलिस ने घटना के बाद आरोपी युवक सहित उसके पिता, मां, बाबा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया वही आरोपी के दो चाचा फरार हैं। वहीं अगर पुलिस तत्काल आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो नाबालिक युवती की जान जोखिम में ना पड़ती और उसे न्याय मिलता। लेकिन यहां तो जान देने की नौबत आने पर ही पुलिस एक्शन में आई।