बेटियां पढ़कर बन सकती प्रियंका से भी बड़ी नेता
निशंक न्यूज।
कानपुर। निबंधन राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि समाज में दो बड़ी खामियां हैं। बेटियों को ज्यादा पढ़ाया नहीं जाता तो बेटों को व्यापार में लगा दिया जाता है। यदि ये बेटियां पढ़ लेतीं तो प्रियंका से भी बड़ी नेता बन सकतीं और बेटों को व्यापार से आगे बढऩे का मौका मिलता तो वे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बन सकते थे। वह मर्चेंट चेम्बर में आयोजित अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।
निबंधन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की बेहद जरूरत थी। आजादी के बाद समझौते के अनुसार पाकिस्तान में हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा नहीं हुई। पाकिस्तान में हिंदू घटे जबकि भारत में मुस्लिम बढ़े। ऐसे में भारत अब वहां के अल्पसंख्यकों को नागरिकता दे रहा है। वैश्य समाज के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने यह साहस दिखाया है।
कार्यक्रम में नगर विकास राज्यमंत्री महेश गुप्ता ने भी नागरिकता संशोधन अधिनियम को वक्त की जरूरत बताया। अधिवेशन में सीएए के समर्थन में प्रस्ताव भी पारित किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमंत गुप्ता ने केंद्र व प्रदेश सरकार से पंजीकृत व्यापारियों की बीमा राशि 20 से बढ़ाकर 50 लाख करने, जुर्माने के साथ सजा का प्रावधान समाप्त करने की मांग की। कहा कि विदेशी कंपनियों की वजह से व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। फतेहपुर विधायक विकास गुप्ता व उन्नाव के विधायक पंकज गुप्ता ने समाज में एकजुटता का आह्वान किया।
अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमंत गुप्ता ने कई बार तीखी नाराजगी जताते हुए पद छोडऩे की भी चेतावनी दी। कहा कि फ्रंटल संगठनों ने दो साल से कोई बैठक ही नहीं की। उन्होंने जिलाध्यक्षों को तीन महीने के भीतर सक्रिय होने की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो पद छोडऩा पड़ जाएगा। इस दौरान पार्टी के कई कार्यक्रम भी तय कर नेताओं को जिम्मेदारी भी सौंपी गई।