पनकी में तनावग्रस्त युवक ने लगाई फांसी

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निशंक न्यूज़।

कानपुर। पनकी में देर रात युवक ने नशे की हालत में  फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों को जानकारी हुई तो दीवार  तोड़कर अंदर कमरे में पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है शुक्रवार देर रात थाना नौबस्ता सिंहपुर कटार निवासी प्रताप सिंह के पुत्र अजय सिंह (34) ने फांसी लगाकर जान दे दी। भाई विजय सिंह ने बताया कि भाई अजय सिंह लोहिया फैक्ट्री साइड 3 में शिखर पान मसाला फैक्ट्री में मशीन ऑपरेटर था। मृतक के परिवार में पत्नी मधु दो लड़की अंशिका 5 कनक 3 है। पत्नी अपने बच्चों के साथ मायके में रह रही है। तब से भाई अजय  तनाव में रहने लगा  और शराब का लती हो गया। बड़े भाई विजय ने बताया कि अजय कल पड़ोसी युवक सोनू की बरात में बर्रा गया था। मृतक अजय की माँ कुसमा देवी ने बताया कि बेटा रात करीब 11 बजे नशे की हालत में  घर आया और अपने कमरे में चला गया। थोड़ी देर बाद वापस जीने से नीचे उतरा तो मां ने समझा बाथरूम करने गया होगा। तभी अन्य परिजन अंदर आने के लिए मेन गेट खटखटाने लगे। दरवाजा न खुलने पर मां ने अजय को आवाज दी जवाब ना आने पर  नीचे उतर कर आई तो अंदर से दरवाजा बंद पाकर शोर मचाना शुरू कर दिया। पड़ोस में शादी का माहौल होने के कारण सभी लोग मौके पर पहुंचे और दीवार तोड़कर पीछे बने कमरे पहुंचे जहां  अजय का शव कुंडे से चादर के सहारे फांसी लटक रहा था। फांसी पर लटके  अजय को  देखकर घर में रोना पीटना शुरु हो गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

 भाई विजय ने बताया कि वह और बड़े भाई कमल सिंह अपने पड़ोस में ही अलग अलग मकान में रहते हैं। वहीं मृतक अजय  मां के साथ  दूसरे मकान में  रहता था। कुछ साल पहले मृतक अजय की शादी करही निवासी  सेना से रिटायर  शिवशरण  की पुत्री मधु से हुई थी। 3 साल पहले विजय सिंह के पुत्र भल्लू (7 ) की हत्या कर शव  घर के पास तालाब में फेंका गया था 3 दिन बाद शव बरामद हुआ था। भल्लू की हत्या का आरोप मधु पर लगा था पुलिस ने मधु को हत्या के आरोप में जेल भेजा था। मधु 14 महीने तक जेल में बंद  रही। जमानत पर छुटने बाद अपने पिता शिवचरण के घर चली गई।

 मधु के पिता शिवशरण ने आरोप लगाया कि मृतक दामाद अजय सिंह के अपने भाई विजय सिंह की पत्नी नीरज से अवैध संबंध थे। जिस कारण मधु को रास्ते से हटाने के लिए नीरज ने अपने ही पुत्र का कत्ल कर मेरी पुत्री मधु को फंसा दिया था।