पत्नी के मोह में पकड़े गए कमलेश के हत्यारे

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  • पत्नी के मोह में पकड़े गए कमलेश के हत्यारे
  • कमलेश की हत्या में शामिल अशफाक बार-बार कर रहा था पत्नी से बात
  • हत्यारों तक पहुंचने के लिये गुजरात पुलिस ने बनाया अशफाक की पत्नी को सहारा
  • गुजरात जाने के पहले बस से किया था पत्नी को फोन, यहीं से पुलिस को मिला क्लू

अनीता सरस वाजपेयी

निशंक न्यूजः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिन दहाड़े हिंदूवादी नेता की हत्या करने वालों तक पुलिस हत्या में शामिल एक आरोपी अशफाक की पत्नी के सहारे पहुंची। पुलिस के रिकोर्ड के मुताबिक हत्या में शामिल दोनों अपराधी शातिर दिमाग थे लेकिन इनमें एक अशफाक अपनी पत्नी को बहुत चाहता है और बार-बार पत्नी से बात की आदत ही उसके पुलिस तक पहुंचने का कारण बनी और एक अंजान नंबर से जब उसने पत्नी को फोन किया तो पुलिस को उसके गुजरात पहंचने के प्रयास की जानकारी मिल गई और गुजरात एटीएस ने अशफाक तथा उसके हांथ कमलेश की हत्या में शामिल मोइनुद्दीन को गुजरात-राजस्थान सीमा से गिरफ्तार कर लिया।

एसटीएफ से जुड़े जानकार लोगों की मानी जाए तो गुजरात पुलिस के हाथों पकड़े जाने के पहले हत्यारों ने बेहद शातिर ढंग से काम किया। वह निर्भीक होकर अपनी पहचान छिपाए बगैर घटना को अंजाम देते रहे ताकि किसी को उनपर संदेह न हो। हत्यारों में एक अशफाक एमआर रह चुका था और दूसरा एक नामवर फूड कंपनी का सेल्समैन था इस कारण दोनों को मालूम था कि अपना काम कैसे निकाला जाता है। लखनऊ में हिंदू वादी नेता की हत्या करने के पहले भी दोनों शातिर दिमाग का इस्तेमाल कर नया सिम तथा एक मोबाइल लेने के लिये उद्योग नगर में अपने साथ सफर कर रहे कानपुर देहात के एक युवक को शीशे में उतारकर उसका इस्तेमाल किया और आराम से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर उतरने के बाद यहां के रेलबाजार थानाक्षेत्र से सिम तथा मोबाइल लेने के बाद आराम से लखनऊ गए और यहां पुलिस को चुनौती देने वाली घटना को अंजाम देकर आराम से निकल गये।

कानपुर में घटना को अंजाम देने की जानकारी मिलते ही गुजरात पुलिस सक्रिय हो गई और जानकारी मिलते ही अशफाक की पत्नी के फोन को सविलासं पर ले लिया। इसके बाद पुलिस लगातार इस फोन पर आने वाली कॉल पर नजर ऱखती रही। यूपी पुलिस सीसीफुटेज के आधार पर हत्यारों के पीछे लगी थी तो पता चलता कि वह बरेली गए और यहां से शाहजहांपुर लेकिन जब तक यूपी पुलिस पहुंचती हत्यारे उसके हाथ से दूर निकल जाते। इस बीच गुजरात पुलिस हत्यारों में शामिल अशफाक की पत्नी के फोन के माध्यम से लगातार हत्यारों पर नजर रखे थी। अशफाक लगातार किसी न किसी फोन के माध्यम से अपनी पत्नी से बात कर रहा था। इन बातों से गुजरात पुलिस को पता चल गया कि अशफाक अपनी पत्नी को बेहद चाहता है। इसे आधार बनाकर पुलिस ने अशफाक की पत्नी को विश्वास में लिया और यह संदेश दिलवाया कि यूपी पुलिस के हाथ लगने पर वहां की पुलिस इंकाउंटर कर सकती है इसलिये वह (अशफाक) किसी तरह यूपी से निकलकर गुजरात आ जाए। पुलिस की यह रणनीति काम आई और हत्यारे अशफाक के कहने पर दोनों ने नैपाल जाने के विचार त्यागकर गुजरात जाने का मन बना लिया।

गुजरात जाने के पहले अशफाक ने बस पर बैठे एक यात्री के फोन के माध्यम से अपनी पत्नी से बात की यहीं से गुजरात पुलिस को क्लू मिला और पुलिस ने उस यात्री को हिरासत में लेकर बस की जानकारी की और इसके आधार पर बस को राजस्थाना- गुजरात की सीमा पर रुकवाकर दोनों हत्यारोपितों को हिरासत में ले लिया शातिर दिमाग दोनों अपराधियों ने पुलिस को देखते ही अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। h