निशंक न्यूज।
कानपुर। शहर जहाँ आते ही मानो ऐसा लगता है कि हम देश की औधोगिक नगरी नहीं बल्कि किसी गड्ढो के शहर में आ गएँ हो। यहां दक्षिण ऐरिया को लोग गड्ढे वाला शहर के नाम से जानते हैं क्योंकि वर्तमान के हालात कुछ इस कदर बन चुकें हैं कि जिलें में कदम रखते ही सबसे पहले हमें बड़े-बड़े गड्ढो से होकर गुजरना पड़ता है। उदाहरण के बतौर अगर बात की जाए तो कानपुर साउथ सिटी को ही ले लीजिये जहाँ के हालात बद्द से बद्द्तर हो चलें हैं। जिसके चलते यहाँ की सड़को पर वाहन तो छोड़िये निकलना तक दूभर हो चला है लेकिन नगर निगम की नजर यहाँ की जन समस्याओं पर नहीं पड़ती।
यह बर्रा – 2 स्थित संकट मोचन मंदिर से को जननें वाली सड़क है। जो सचान चौराहे से ही जर्जर हो चुकी है और मंदिर तक पहुंचते-पहुंचते बड़े-बड़े गड्ढो में तब्दील हो गयी है। साथ ही पिरामिड की तरह छोटे-छोटे गड्ढे आगे चल कर बड़े-बड़े हो चुकें हैं और इनमे पानी भर चुका है जिसके कारण आम आदमी पूरी तरह से बेहाल हो चुके है। ये हम नही कह रहे बल्कि तश्वीरें खुद बयां कर रही है। बर्रा दो इलाके में वीआईपी सड़क पर आये दिन लोग वाहनों से गिर कर घायल भी हो रहे है। शहर की बदहाल हो चुकी सड़क पर जिले में तैनात जिम्मेवार अधिकारी आँखों मे पट्टी बांध कर धृतराष्ट्र बने हुए है।
यहाँ के नागरिको का कहना है कि यहाँ जल की बिछी पाइप लाइन की मरम्मत का होना होता है। जो अलग अलग ठेकेदारों द्वारा सही करने के नाम पर खुदाई कर दी जाती है लेकिन बाद में इनकी भरपाई भी पर सड़क का निर्माण दूसरे ठेकेदारों द्वारा किये जाने का हवाला देते हुए इस सड़क को यूँ ही भगवान् भरोसे छोड़ दिया जाता है और जब तक महीनों बाद सड़क निर्माण का नंबर आता है तो पुनः सड़क खुदाई का नंबर करीब आ जिसमें फिर से कहा जाता है कि पाइप लाइन लीक हो रही है खुदाई करनी है। जिसके चलते ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि शहर की आम जनता को बदहाल हो चूंकि सड़को से कब राहत मिलती है। वहीँ बर्रा व्यापार मंडल के नव-निर्वाचित अध्यक्ष नितिन अग्निहोत्री व उनके व्यापार मंडल से जुड़े अन्य व्यापारी समर्थकों ने सड़क निर्माण का बीड़ा अपने विरोध का मुद्दा बना लिया है और जल्द ही प्रदर्शन करते हुए नगर निगम के अधिकारीयों का ध्यान इस सड़क पर लाने का कार्य किया जाएगा जिसके चलते सड़क के गड्ढो पर खड़े होकर प्रदर्शन करने के साथ ही जोन कार्यालय पहुंचकर जोरदार विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया गया है।