विकास वाजपेयी
प्रदेश के उपचुनाव में प्रचार थम चुका है और 21 अक्टूबर को प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद होने को है। सभी दल के प्रत्याशी अपनी समर्थ के अनुरूप चुनावों में जीत का समीकरण बैठने में जीजान से जुटे हैं। लेकिन भारतीय ज्योतिष के अनुसार जीत का सेहरा किसके सर सजने वाला है इसका साफ साफ प्रमाण मिलता दिखाई दे रहा है।
निशंक न्यूज़ ने इस विषय मे शहर के मशहूर ज्योतिषाचार्य पंडित विवेक बाजपेई से गोविंदनगर उपचुनाव में प्रत्याशियों के ग्रहों और गोचर स्थित की विस्तार से चर्चा की। आप को ये जानकर अचरज हो सकता है कि आखिर इतनी सटीक भविष्य की जानकारी के विषय मे ज्योतिष में सब साफ साफ अंकित है।
गोविंदनगर उपचुनाव के प्रमुख प्रत्याशियों की कुण्डली के अनुसार जीत की इबारत किसके माथे पर लिखी है इसका भी लेखाजोखा साफ है।

पंडित विवेक बाजपेई के अनुसार गोविंदनगर के बीजेपी प्रत्याशी सुरेन्द्र मैथानी का कारक ग्रह राहु पंचम भाव मे स्थित है और बृहस्पति लाभेष और धनेश होकर दसवें भाव में है। इसके अलावा सत्तमेश सूर्य भाग्य पर और भाग्येश शुक्र भाव पर स्थित है। पंचम भाव जहाँ राजनीति के कारक ग्रह राहु की उपस्थिति से मजबूत है वहीं पंचमेश बुध भी भाग्यभाव पर ही है। इन सब ग्रहों की स्थिति से मान सम्मान के साथ राजनीतिक सफलता के प्रबल योग बन रहे है।
वहीं कांग्रेस की युवा और गोविंदनगर से प्रत्याशी करिश्मा ठाकुर की ग्रह गोचर का अवलोकन करने से स्थितियां और ज्यादा साफ हो रही है। प विवेक जी के अनुसार राहु चंद्रमा के साथ लग्न में ग्रहण योग बना रहा है। वैसे राहु इनको राजनीतिक विकास तो करता दिख रहे लेकिन पराक्रमेश सूर्य पंचम भाव मे है जिससे व्यक्तित्व का विकास भी होगा विरोधी झुकेंगे भी परंतु शनि के अपने घर के पीछे यानि धनु राशि मे विचरण करने से विजय की स्थित बनती प्रतीत नही हो रही है।
अब एक नज़र बसपा और सपा के प्रत्याशियों की कुंडली मे डालने से स्थितियां साफ होती प्रतीत होती है और इसमे गोविंदनगर से जीत का अनुमान भी मालूम चलने लगता है। ज्योतिषाचार्य विवेक बाजपेई के अनुसार सपा प्रत्याशी सम्राट यादव के बुद्धि भाव मे राहु और चंद्रमा की युति के साथ शनि की लग्न है और अष्टमेश का भाग्य भाव मे होना सफलता में बाधक सिद्ध होता दिख रहा है तो बसपा प्रत्याशी देवी प्रसाद तिवारी केगोचर के अनुसार राहु इनके व्यय भाव मे और शत्रु भाव का स्वामी गुरु पंचम में विचरण कर रहा है सत्तमेश और अष्टमेश शनि शत्रु भाव मे है जोकि मंगल के प्रभाव में है ये स्थित आंतरिक विरोध पैदा करती है और सफलता में भी बाधक होती है।
ग्रहों की इस स्थित से बीजेपी प्रत्याशी सुरेन्द्र मैथानी के गृह इस उपचनाव मे उनकी स्थिति का साथ देते दिखाई दे रहे है और सफलता के काफी नजदीक तक ले जाने में भी सहायक सिद्ध हो रहे हैं।