- डॉक्टरों की लापरवाही के चलते आत्महत्या करने को सोच गया मरीज
दीपक कश्यप
निशंक न्यूज़
कानपुर : हैलट अस्पताल के वार्ड नंबर 8 में करीब 10 दिनों से एक मरीज के पैर में फैक्चर हो जाने पर भर्ती कराया गया था। जिसका कहना है डॉक्टर द्वारा सही इलाज नहीं मिलने से उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था जिसके चलते वह ट्रेन की पटरी में जाकर आत्महत्या करने जा रहा था।
लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में गोविंद नगर कच्ची बस्ती निवासी राधेश्याम 30 ड्राइवरी करता है। जिसका 10 दिन पहले रायबरेली में एक्सीडेंट हो गया था। जिसको परिजनों ने हैलट अस्पताल में भर्ती कराया था। रविवार सुबह मां प्रेमा देवी दवा लेने गई थी। तभी राधेश्याम वार्ड नंबर 8 से टूटे पैर लेकर इमरजेंसी की ओर घसीट कर जाने लगा जिसको देखकर मौके पर भीड़ लग गई। सूचना पर पहुंचे गार्ड व डॉक्टरों ने उसको दोबारा वार्ड में भर्ती कराया। वही राधेश्याम का कहना है 10 दिनों से पैर में कोई सुधार नहीं हो रहा था और हालत भी खराब हो रही थी। डॉक्टर द्वारा इलाज ना सही होने के कारण वह ट्रेन की पटरी में जाकर आत्महत्या करने जा रहा था।