निशंक न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर के किदवईनगर थाना क्षेत्र में एक मकान के कब्जे के विवाद में व्यापारियों ने दुकान और मकान में कब्जा करने पहुँचे पुलिस के रिटायर्ड इंस्पेक्टर और उसके साथियों को जमीन में गिराकर जम कर पीटा। हालांकि बाद में मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने जमीन कब्जाने के आरोपी इंस्पेक्टर को किसी तरह आक्रोशित भीड़ के चंगुल से बचा कर सबकी जान बचाई। पुलिस हालांकि इस मामले में इंस्पेक्टर की हरकतों को छुपाने का प्रयास करती रही और देर तक जमीन के कब्जाने के मामले में इस रिटायर्ड इंस्पेक्टर को बचाने का प्रयास करती रही।

जानकारी के मुताबिक कानपुर के किदवईनगर थाने में मौजूद एक मशहूर लाला बाला नाम की किराए की दुकान के मकान का सौदा कानपुर में तैनात रहे रिटायर्ड इंस्पेक्टर के करीबी के हाथों में हुआ था। इस मकान में आने वाली लाला बाला की दुकान को खाली कराने का ठेका पुलिस अधिकारियों से मिलकर कानपुर में कभी तैनात रहे रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने अपने हाथ मे लिया था। और इस मामले में उसने शहर के पुलिस अधिकारियों से संपर्क करके मामले को खत्म करने का प्रयास किया। इसी क्रम में रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर अपने दो साथियों के साथ लाला बाला की दुकान में पहुंचा। दुकान को खाली कराने के दबाव में दुकान के मालिक से उसका विवाद हो गया और इसमे रिटायर्ड इंस्पेक्टर के साथियों ने दुकान के मालिक पर रिवाल्वर से हमला करने का प्रयास किया तो दुकान के मालिक ने उसका विरोध करके शोर मचाया जिसके बाद क्षेत्र के व्यापारी और राहगीर मौके पर आ पहुंचे। इसी बीच अपराधियों ने भागने का प्रयास किया तो वहाँ मौजूद लोगों ने रिटायर्ड इंस्पेक्टर और उसके बाबुपुरवा क्षेत्र के उसके साथियों को सड़क में दौड़ा दौड़ा कर पीटा हालांकि सूचना पा कर मौके पर पहुंची पुलिस ने इन अपराधियों को किसी तरह आक्रोशित भीड़ के चंगुल से बचा कर थाने पहुचाया।
आपको बता दें कि आरोपी रिटायर्ड इंस्पेक्टर का कानपुर में जमीन कब्जे के मामले को लेकर पहले भी नाम सामने आ चुका है। हालांकि पुलिस अधिकारियों से पैसे और मिली भगत के चलते हमेशा बच निकलता रहा है।
इस पूरे मामले में पुलिस का रवैया काफी उदासीन दिखाई दे रहा है। जानकारी के मुताबिक शहर में तैनात एक पुलिस अधिकारी से करीबी रिश्ता होने के कारण पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश में लगी है। समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्षों की तरफ से कई अधिवक्ता और व्यापारी नेता थाने पर मौजूद थे
किदवई नगर थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों के किसी निर्णय तक ना पहुंच पाने के कारण अभी तक किसी के खिलाफ मुकदमा नहीं लिखा गया है