छा गए, सबके मन भा गए अपने अन्नू अवस्थी

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निशंक न्यूज

कानपुर। रात 10.30 पर जब टीवी सीरियल “भाभी जी घर पर हैं”, में अन्नू अवस्थी दिखे तो कनपुरियों की बांछें खिल गईं। “अब समझ तो गएए हुईओ, सही समझैव”, ये वही हैं जो पिछले दो साल से अपने हंसोड़ ठेठ कनपुरिया अंदाम में आडियो और वीडियो के जरिए पूरी दुनिया में छाए हैं। अब टीवी के मनोरंजन के संसार में शानदार एंट्री मार दी है।

अन्नू अवस्थी का अंदाज बिल्कुल वास्तविक कनपुरिया रहा और यही दर्शकों को हंसा गया। जांघिया-बनियान में अन्नू जैसे ही टीवी स्क्रीन पर प्रकट हुए, कनपुरिये गदगद हो गए। जिस तरह उन्होंने जांघिया-बनियान की महिमा बखान की, उसे सुनकर अंगूरी भाभी भी खिलखिला पड़ीं पर अगले ही पल वह संभल गईं कि कहीं मामा जी (अन्नू अवस्थी) बुरा न मान जाएं। उन्हें मनमोहन तिवारी के मामा का रोल मिला है और इस किरदार को उन्होंने इस तरह अपने में ढाला कि कहीं से भान ही नहीं हुआ कि वह पहली बार टीवी पर अभिनय कर रहे हैं। कलाकारों के बीच सहजता से अपने पात्र को निभा रहे हैं।

कनपुरिया अंदाज में उनके डायलॉग, “अबे कहां है मनमोहन”, “हम जउनै कच्छा का अपन बाप समझि के पूजित है, बाबा समझि के पूजित हैं, तुम ओहके ऊपर पैंट पहिनै हो, अंदर तड़पि रहे हैं हमरे बाप, अइसे आदमी से संबंध रखि के हम का करी।“..”कच्छा-बनियान मा का कमी, तुमका उड़ता तीर लेकि बड़ी आदत है”…, “तुम चलौ, हमरि दुकान के कागज लइ के आओ।“ एसी बोली में डायलॉग सुनकर दर्शक ठहाके लगाते रहे।

कथानक के मुताबिक अन्नू अवस्थी को मनमोहन तिवारी के मामा का किरदार दिया गया है। उन्होंने मामा को दुकान के लिए उधार रकम दी थी और वादा लिया था कि वह इसमें कच्छा-बनियान की शॉप खोलेंगे। कच्छा-बनियान अन्नू का लिबास है और वह इसमें कोई समझौता नहीं करते। इस किरदार को अन्नू ने जिया है। अन्नू को इस लिबास में देख जहां अंगूरी भाभी शर्म से लाल हो जाती हैं, वहीं मनमोहन तिवारी को मजबूरी में कच्छा-बनियान पहनना पड़ता है। कुल मिलाकर इस हास्य से सराबोर सीरियल में अन्नू तिवारी के अभिनय के तड़के ने और भी मनोरंजक बना दिया। अन्नू कहते हैं कि उन्हें कोई खास मेहनत नहीं करनी पड़ी। सभी कलाकारों ने सहयोग किया और वह अपने स्वाभाविक रूप में रहे। इस सीरियल में अन्नू अवस्थी अभी दो दिन और दिखेंगे। “देखेव जरूर, आज रात 10.30 भाभी जी घर पर हैं।“