छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ में बांदा का लाल शहीद

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सीएम ने की 25 लाख व एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा

सुजीत सिंह

बांदा। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ में जिले का एक लाल शहीद हो गया। इसकी जानकारी पैतृक गांव पहुंचते ही शोक की लहर दौड़ गई और घर वालों में कोहराम मच गया। नवविवाहित पत्नी नंदनी बेसुध हो गई और पिता रतेंद्र व भाई-बहन गुमसुम हो गए। शहीद का पार्थिव शरीर शाम तक गांव आने की उम्मीद है, घर के बाद शोक जताने वालों का तांता लगा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके शहीद के स्वजनों को 25 लाख रुपये आर्थिक मदद व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिये जाने की घोषणा की है।

लामा गांव निवासी किसान रतेंद्र का बड़ा पुत्र विकास वर्ष 2011 में सेना में भर्ती हुआ था और इन दिनों छत्तीसगढ़ के रायपुर में तैनाती थी। रतेंद्र के पास करीब 10 बीघा खेत हैं और छोटे बेटे दादू के साथ खेती करते हैं। दूसरे नंबर का पुत्र बच्चा रोडवेज में संविदा पर परिचालक है। छत्तीसगढ़ रायपुर में सोमवार दोपहर नक्सलियों से मोर्चा लेते हुए विकास और उनके एक साथी पूर्णानंद शहीद हो गए। देर शाम रायपुर की कंपनी से अधिकारियों ने फोन पर गांव में घर वालों को विकास के शहीद होने की जानकारी दी तो कोहराम मच गया। पत्नी नंदनी बेसुध हो गई और पिता, भाई व बहन गुमसुम हो गए। वहीं शोक जताने वालों का घर के बाहर तांता लग गया।

विकास का विवाह फरवरी 2019 में अतर्रा निवासी नंदनी से हुआ था। सोमवार सुबह ही विकास ने घर पर पत्नी नंदनी से फोन पर बात की थी। डेढ़ माह पहले विकास छुट्टी पूरी होने पर तैनाती स्थल के लिए चला गया था और 20 फरवरी तक आने की बात कही थी। विकास के शहीद होने की खबर मिलते ही नंदनी अपलक एक क्षण निहारती रह गई। स्वजनों के समझाने पर वह बिलखकर रोने लगी।

शहीद जवान विकास का पार्थिव शरीर मंगलवार देर शाम तक पहुंचेगा। शहीद के अंतिम दर्शन व घर वालों को ढांढस बंधाने के लिए लोग घर पर पहुंच रहे हैं। पार्थिव शरीर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर आलोक मिश्रा भी स्वजनों को सांत्वना देने शहीद के घर पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांदा के विकास के शहीद होने पर शोक जताया है। उनके ऑफिशयल ट्वीटर अकाउंट पर लिखा गया है-मुख्यमंत्री जी ने शहीद श्री विकास कुमार के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने शहीद के परिवार के एक सदस्य को मृतक आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है।