निशंक न्यूज।
चित्रकूट । चित्रकूट में मुंबई हावड़ा रेलमार्ग पर बराहमाफी रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक किनारे मिला शव जंगली बिल्ली का है। रेलकर्मी ने उसे बाघिन का शावक समझकर रेलवे स्टेशन पर मेमो दिया। वन क्षेत्राधिकारी ओम प्रकाश सोनकर ने बताया कि जंगली बिल्ली ट्रेन की चपेट में आने से मौत हुई है। वन विभाग ने उसका जीवित अवस्था का फोटो भी जारी किया है। रानीपुर वन्य जीव प्रतिपालक जीडी मिश्रा ने भी मिले शव की पुष्टि जंगली बिल्ली के रूप में की है।
रात में पेट्रोलिंग कर रहे रेलकर्मियों ने उच्चाधिकारियों को ट्रैक पर शावक बाघ का शव पड़ा होने की जानकारी दी। इसकी जानकारी मिलते ही रेलवे और वन विभाग के अफसरों में खलबली मच गई। सुबह होने पर वन क्षेत्राधिकारी ओम प्रकाश सोनकर टीम के साथ पहुंचे और रेलवे अफसर भी आ गए। जांच के बाद स्पष्ट हुआ की मृत जानवर शावक बाघ नहीं बल्कि जंगली बिल्ली है, जो बिल्कुल बाघ के बच्चे जैसी लग रही थी। इसके बाद अफसरों ने राहत की सांस ली और उसका पोस्टमार्टम कराने की बात कही।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से जनवरी शुरुआत में बाघ, बाघिन सतना के मझगवां व चितहरा के बीच घूम रहे हैं। बाघिन ने यहीं पर दो शावकों को जन्म दिया था। इसके बाद बाघ अपने कुनबे समेत टाइगर रिजर्व लौट गया था। तीन दिन पहले बाघिन फिर शावकों के साथ लौट आई थी। चितहरा यार्ड के पास बाघिन देख कर रेल महकमे ने अलर्ट जारी किया है। इसके चलते बीस किमी के दायरे में ट्रेन को धीमी गति से निकालने के साथ चालक हॉर्न बजाते हैं ताकि ट्रैक से जानवर हट जाए। हालांकि इन दिनों ठंड अधिक होने से कोहरा पड़ रहा है, जिससे कुछ समस्या बनी है।
सुरक्षा को लेकर सवालों के घेरे में वन अधिकारी
रेलवे ट्रैक पर पहले भी बाघ समेत दूसरे वन्य जीवों की मौत हो चुकी है। पिछले सप्ताह तेंदुआ की ट्रेन से कटकर मौत हुई थी। इसके बाद भी सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए, इससे अफसर सवालों के घेरे में हैं।
सीमा पर बैठक में निकलेगा समाधान
मुंबई-हावड़ा रेलमार्ग पर चितहरा से मारकुंडी के बीच आए दिन बाघ समेत दूसरे वन्य जीवों की चहल कदमी रहती है। उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित यूपी-एमपी के वन अफसर 15 जनवरी को मारकुंडी स्थित वन विभाग के डाक बंगले में संयुक्त बैठक करेंगे। इसमें समस्या के समाधान के लिए साझा प्रयास किए जाएंगे। रानीपुर क्न्य जीव विहार मानिकपुर के प्रतिपलक जीडी मिश्रा ने बताया कि बैठक मे सतना, चित्रकूट, रीवां संभाग के वन अधिकारी शामिल होंगे। मंत्रालय में लंबित पड़ी टै्रक सुरक्षा घेरे पर भी चर्चा होगी।