एक तरफ बेटे की लाश तो दूसरी तरफ गम पर पर्दा डाल शादी कराता रहा दुखी बाप
पिता व कुछ रिश्तेदारों को ही थी बेटी के बड़े भाई की मौत होने की जानकारी
मां को भी बेटी की दो बजे रात को विदाई हो जाने के बाद बताई गई घटना
निशंक न्यूज़ ब्यूरो
पंडित जी मंत्र पढ़ कर वर-वधू के सात फेरे पूरे करा रहे थे उधर सामने बैठे पिता के सीने में गम का समंदर उमड़ कर बार-बार आंखों में आ जाता लेकिन वह उसे चुपके अपनी लाडो से छिपा पी जाते। जिन रिश्तेदारों को पता था कि अंजू का बड़ा भाई अब दुनिया को छोड़ गया है वह इस माहौल में उस पिता को बस एकटक देखे जा रहे थे कि किस तरह वह अपने मन में उमड़ रहे गम को दबाए थे। बुधवार को करियाझाला मंगलपुर निवासी रामनरेश की पुत्री अंजू का विवाह सिंध कालोनी भरथना के अनिकेत के साथ हो रहा था। शाम सात बजे के करीब बरात आई तो जनवासे में स्वागत को लेकर चहल पहल बढ़ गई। इधर अपनी बहन की शादी की तैयारियों में मशगूल हिमांशु बाइक से जनवासे पहुंचा। वहां कोई सामान कम पड़ा तो उसे लेने वह बाइक से घर की ओर आ रहा था तभी रास्ते में एक अज्ञात वाहन की टक्कर से उसकी मौत हो गई थी। इस घटना को जिसने देखा वही स्तब्ध रह गया। खैर कुछ रिश्तेदारों ने माहौल को संभाला और मौके की नजाकत देखते हुए पिता को इसकी सूचना दी और ढांढस बंधाया साथ ही कहा कि जो हुआ उसे सुबह तक के लिए छिपाना ही बेहतर है। इस गम के माहौल में पिता ने जैसे तैसे इस गम को सीने में अपनों से छिपा कर रात दो बजे बिटिया के सात फेरे करवा उसे विदा किया। इस घटना की जानकारी विदाई के वक्त तक केवल अंजू के पति को अकेले में बता दिया गया था। साथ ही हिदायत थी कि अभी अंजू को यहां न बताएं। शादी की रश्में पूरी हो जाने पर ससुराल में बता देना।