परिजनों ने काटा हंगामा, स्टेट हाईवे में लगाया जाम
निशंक नेयूज।
हमीरपुर : शुक्रवार देर रात एक परिवार के लिए काल साबित हुआ। मुख्यालय के पुराना यमुना घाट में बीती रात मौरंग से भरा एक अनियंत्रित ट्रैक्टर घर में जा घुसा। जिसकी चपेट में आकर चबूतरे में सो रहे मां बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने रात में ही ट्रैक्टर व ट्राली को क्रेन की मदद से हटाया। वहीं सुबह आक्रोशित परिजनों ने स्टेट हाईवे में जाम लगाकर मुआवजे की मांग की और वहां पहुंची कोतवाली पुलिस की जीप को घेर लिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर राजेश कुमार व सीओ सदर अनुराग सिंह के आश्वासन पर जाम खुल सका।
शुक्रवार रात पुराना यमुना घाट निवासी साठ वर्षीय बिटोल पत्नी स्वर्गीय भूरा अपने घर के बाहर चबूतरे में पड़ी चारपाई में सो रही थी। वहीं उसका 30 वर्षीय बेटा विनोद भी बगल में पड़े तखत पर सो रहा था। इसी बीच छोटे बड़े सरकार की ओर से मौरंग से भरा ट्रैक्टर आया और वह अनियंत्रित होकर बिटोल के घर में जा घुसा। जिससे मां बेटे ट्रैक्टर की चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं पूर्व सभासद के मकान को भी ट्रैक्टर ने क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना से मोहल्ले में हड़कंप मच गया। चालक ट्रैक्टर- ट्रॉली छोड़ मौके से भाग निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रैक्टर को हटवाया और मां बेटे के शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखाया। वहीं सुबह आक्रोशित परिजनों व मोहल्ले वासियों ने कालपी चौराहा में कुरारा मार्ग में जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया और मुआवजे की मांग तथा चोरी छिपे चलने वाले मौरंग से भरे ट्रैक्टरों पर रोक लगाने की मांग की। इसी बीच कोतवाली की गाड़ी भी निकली। जिसका लोगों ने घेराव किया। मजबूरी में गाड़ी को पीछे किया गया और लोगों को शांत कराने किया। लेकिन लोग नहीं माने। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे एसडीएम व सीओ ने पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ और जाम खोल दिया।