गुस्से में दरोगा ने वह कर दिया कि——
इटावा में तैनात दरोगा ने बावर्दी लगा दी सड़क पर दौड़
अफसरों के विरोध में गांधीगीरी दिखा दौड़ा 50 किलोमीटर
हाइवे पर अचेत होकर गिरा तो ग्रामीणों ने की परिवार की तरह सेवा
दरोगा का चल रहा उपचार, अफसर बोले अनुशासनहीनता,होगा एक्शन
सुजीत सिंह
निशंक न्यूज

इटावा जनपद में तैनात दरोगा विजय प्रकाश ने गुस्से में ऐसा कर दिया कि जो भी उससे मिला पुलिस अधिकारियों को संदेह की नजर से देखने लगा। एक बार पूरे जनपद में चर्चा आम हो गई कि दरोगा के साथ अफसरों ने शायद अन्याय किया है तभी तो वह इस तरह विरोध जताने की सोचने लगा। दरोगा ने अपने को बीहड़ क्षेत्र के थाने के लिये रवाना करने से नाराज होकर एसएसपी के बंगले के सामने से नए तैनाती स्थल पर जाने के लिये दौड़ लगा दी। पुलिस लाइन से तैनाती स्थल का थाना करीब 60 किलोमीटर दूर है। शहर में कई पुलिस कर्मचारियों ने दरोगा को बीच सड़क दौड़ते देखा,लेकिन किसी ने रोंका नहीं। जब दरोगा गिरकर बेहोश हो गया तब पुलिस अफसरों की ध्यान उसकी तरह गया दरोगा को पहले सीएचसी ले जाया गया जहां से हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल भेजा गया जहां उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी है। दरोगा ने कहा इस तरह दौड़ना उसकी नाराजगी मानी जा सकती है लेकिन वह अनुशासन के कारण और किसी तरह से विरोध कर नहीं सकता था। दूसरी तरफ अफसरों का कहना है कि दरोगा ने तबादले के बाद रवानगी का विरोध कर अधिकारियों के आदेश की अवहेलना की है। जांच के बाद उस पर अनुशासन की कार्रवाई की जाएगी।
नाराजगी में लगाई इतनी लंबी दौड़
किसी प्रतिष्पर्धा में खिलाड़ी अथवा किसी एथलेटिक्स को अलग कर दिया जाए तो शायद ही कोई सोंच भी सके कि वह अचानक ही 60 किलोमीटर दौड़ सकता है लेकिन इटावा जनपद में तैनात दरोगा विजय प्रकाश ने ऐसा कर दिया। जरा सोंचिये कि दरोगा अपना तबादला और दूसरी बार बीहड़ के थाने में रवानगी किये जाने से कितना नाराज रहा होगा कि वह ऐसा करने की ठान बैठा और उसने अपनी रवानगी के विरोध में पुलिस लाइन से करीब साठ किलोमीटर दूर बीहड़ क्षेत्र के बिठौली थाने तक दौड़ लगाकर जाने की ठान ली। रवानगी का आदेश मिलने के बाद वह पुलिस लाइन में तो किसी से कुछ नहीं बोला लेकिन इटावा शहर में एसएसपी के बंगले के सामने से उसने साठ किलोमीटर की दौड़ लगा दी।
किसी पुलिस कर्मी ने नहीं दिया ध्यान
इटावा में एसएसपी आवास के सामने से पूरी वर्दी में दौड़ लगाने के बाद दरोगा दौड़ते हुई ही हाइवे पर पहुंचा रास्ते में शहर के भीतर तमाम पुलिस कर्मियों ने भी उसे दौड़ते हुए देखा लेकिन किसी ने यह जानने का प्रयास नहीं किया कि आखिर दरोगा वर्दी पहनकर सड़क पर क्यों दौड़ रहा है। दरोगा इटावा शहर से निकलने के बाद हाइवे पर इकदिल, बकेवर, लखना तथा चकरनगर की सीमा से गुजरा। हाइवे पर पुलिस की तमाम गाड़ियां रहती हैं। यहां भी लोगों के साथ पुलिस कर्मियों ने भी देखा होगा लेकिन किसी ने उसके दौड़ने का कारण जानने का प्रयास नहीं किया। कौतूहलवश हर कोई इसे देखता रहा अब लोग चर्चा कर रहे हैं कि पुलिस कर्मियों को यह तो जानने का प्रयास करना ही चाहिये कि आखिर दरोगा को क्या दिक्कत थी कि वह सड़क पर दौड़ रहा था।
50 किलोमीटर दौड़ने के बाद हुआ अचेत
अपनी रवानगी से नाराज दरोगा करीब 50 किलोमीटर तक दौड़ने के बाद हाइवे पर स्थित हनुमंतपुरा गांव के पास अचेत होकर गिर पड़ा। वर्दी में दरोगा को सड़क पर पड़ा देख ग्रामीणों ने उसे उठाया और परिवार के सदस्य की तरह उसकी सेवा की कोई ग्रामीण दरोगा के तलवे रगड़ रहा था तो कोई हांथ मलने में लगा था ताकि दरोगा की स्थिति सामान्य हो सके। सूचना चौकी पुलिस को दी गयी इसके बाद दरोगा को सीएचसी ले जाया गया जहां से हालत बिगड़ने पर दरोगा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां कुछ सिपाही दरोगा की परिवार की तरह सेवा करने में जुटे रहे।
पहले विवादों में रहा है दरोगा
अफसरों के आदेश का विरोध जताने के लिये 50 किलोमीटर की दौड़ लगाने वाला दरोगा बत्तीस वर्षीय विजय प्रकाश पहले भी विवादों में रहा है। चुनाव के दौरान एक दल को लेकर टिप्पणी करने के कारण उससे जवाब तलब हुआ था। बाद में एक विवाद में उसपर भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं से अभद्रता करने के आरोप लगे। दरोगा अपनी बात प्रमुखता से रखने के लिये भी चर्चा में रहा है।
होगी कार्रवाई एएसपी
इटावा के अपर पुलिस अधीक्षक रामयश सिंह का कहना है कि दरोगा पूर्व में बिठौली थाने में अपनी तैनाती के दौरान गैरहाजिर हो गया था। इस कारण उसकी लाइन में आमद कराई गई थी। यहां से उसे फिर बिठौली थाने में आमद कराने को कहा गया। तबादला करने का आदेश एसएसपी का होता है वह बेवजह प्रतिसार निरीक्षक पर आरोप लगा रहा है। दरोगा ने अफसरों के आदेश की अवहेलना की इसकी रिपोर्ट एसएसपी को दी जाएगी वह ही दरोगा के खिलाफ अनुशासन की कार्रवाई करेंगे। ������