गार्ड विहीन भीड़ वाले एटीएम पर रहें सतर्क

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गार्ड विहीन भीड़ वाले एटीएम पर रहें सतर्क

जालसाज ऐसे एटीएम बूथ पर तलाशते हैं शिकार

एसटीएफ के हाथ लगे जालसाजों ने किया खुलासा

प्रतापगढ़ के युवकों ने एटीएम का क्लोन तैयार कर लगाया कई को चूना

मोहम्मद सईद अर्शी

निशंक न्यूज

लखनऊ – एसटीएफ ने एटीएम का क्लोन तैयार कर भोले- भाले बैंक उपभोक्ताओं को चूना लगाने वाले गिरोंह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह प्रतापगढ़ जनपद के रहने वाले हैं। पकड़े गए युवकों से पूछताछ में सामने आया है कि यह गिरोह ऐसे एटीएम बूथ पर अपना शिकार तलाशता था जिस एटीएम में गार्ड नहीं रहता और भीड़ भी रहती है। गिरोह के सदस्य कतार में लगकर अपना शिकार तलाशते और कुछ समय बाद ही उसके एटीएम का क्लोन तेयार कर खाताधारक के खाते से रुपया गायब कर देते। ग्राहकों को सतर्क किया गया है कि वह ऐसे एटीएम में जाने पर खासकर सतर्क रहें जहां गार्ड न हो और भीड़ के कारण पैसा निकालने वाले की लाइन भी लगती हो।

एसटीएफ ने इन शातिरों को किया गिरफ्तार

1 – राजेष कुमार सिंह उर्फ गुड्डू सिंह पुत्र स्व0 नरसिंह बहादुर नि0 भदोही, थाना कोतवाली, जनपद प्रतापगढ़।

2- जितेन्द्र बहादुर सिंह उर्फ एस0पी0 पुत्र नागेन्द्र बहादुर सिंह नि0 जमालपुर, थाना जेठवारा, जनपद प्रतापगढ़।

3- राकेष कुमार सिंह उर्फ नागा पुत्र स्व0 चन्द्रषेखर सिंह नि0 घाटमपुर, थाना मान्धाता, जनपद        प्रतापगढ़।

शातिरों से यह सामान हुआ बरामद

क्लोनिंग मशीन-स्कीमर, ए0टी0एम0 कार्ड रीडर, लैपटाप, 29 ए0टी0एम0 कार्ड/डेबिट कार्ड व रूपए   3.53 लाख नगद बरामद।

ऐसे गिरोह तक पहुंची एसटीएफ

पिछले कुछ समय से एसटीएफ को, शातिर अपराधियों द्वारा विभिन्न बैंकों के ए0टी0एम0 कार्ड की ‘क्लोनिंग’ करके खाता धारकों के खाते से पैसा निकाल लेने वाले गिरोहों के बारे में की जानकारी प्राप्त हो रही थी। इसपर  आईजी एसटीएफ अभिताभ यष व एसपी एसटीएफ राजीव नारायण मिश्र ने एस0टी0एफ0 की विभिन्न टीमों को इस बिंदु पर काम करने के लिये लगाया। सटीक सूचना पर शनिवार को एसटीएफ के इंस्पेक्टर केषव चन्द्र राय और अतुल कुमार सिंह ने पतंजलि स्कूल तिराहे के पास से तीन युवकों को हिरासत में लिया।

शातिर ऐसे बनाते थे उपभोक्ताओं को शिकार

पकड़े गये तीनों शातिरों से पूछने पर इन लोगों ने पुलिस को बताया कि वह पिछले कई वर्षो से लोगों को झांसा देकर उनका ए0टी0एम0/‘डेबिट कार्ड’ हथियाकर, फर्जी तरीके से उसका ‘क्लोन’ तैयार कर, लोगों के खाते से पैसा निकाल लोगों को ठग रहे हैं। वह लोग ऐसे ए0टी0एम0 बूथ की तलाष करते है, जहां पर ‘गार्ड’ नियुक्त न हो और पैसे निकालने वालों की भीड़ रहती हो। गिरोह के सदस्य ऐसे लोगों को निशाना बनाते है, जो देखने में कम पढे़ लिखे हो, गिरोह के सदस्य ऐसे व्यक्ति के पीछे खड़े हो जाते है और मदद करने के नाम पर किसी तरह से ए0टी0एम0/‘डेबिट कार्ड’ हाथ में लेकर पहले से अपने पास छुपाई ‘ए0टी0एम0 कार्ड स्कीमर’ से उस ‘कार्ड’ को ‘स्कैन’ कर लेते है। गिरोह का दूसरा सदस्य इसी बीच ‘कार्ड’ का ‘पिन कोड’ देख लेता है। बाद में ‘स्कीमर’ को लैपटाप से जोड़कर सम्बन्धित ‘कार्ड’ का ‘डाटा’ लैपटाप मे ‘ट्रांसफर’ कर दिया जाता है। तत्पष्चात ए0टी0एम0 ‘कार्ड रीडर’ को लैपटाप से ‘कनेक्ट’ कर किसी भी ‘कार्ड’ को ‘स्वैप’ करके ‘क्लोन’ तैयार कर लिया जाता है। लैपटाप में ‘कार्ड’ का ‘डाटा रीड’ करने और ‘क्लोन’ बनाने के लिए ‘साफ्टवेयर’ पहले से ‘इंस्टाल’ रहता है। इसके बाद गिरोह के सदस्य उक्त ‘कार्ड’ और ‘पिन कोड’ के माध्यम से किसी भी ए0टी0एम0 बूथ से पैसा निकाल लेते हैं। एक ही ‘कार्ड’ पर अलग-अलग बार कई ए0टी0एम0/‘डेबिट कार्ड’ का ‘क्लोन’ तैयार किया जा सकता है। ‘कार्ड’ पर असली खाता धारक का नाम व कार्ड नम्बर अंकित दिखायी देगा किन्तु ‘ए0टी0एम0 मषीन’ में वह ‘कार्ड’ और उसका विवरण दिखेगा जिसका ‘क्लोन’ तैयार किया गया है।

बजरंग ने दिलाया था साफ्टवेयर युक्त लैपटाप

 अभियुक्तों ने बताया कि उक्त ‘स्कैनर, कार्ड रीडर’ व ‘साफ्टवेयर’ युक्त लैपटाप उन्हे बजरंग बहादुर सिंह उर्फ सावंत सिंह नि0 करमचन्दपुर, थाना जेठवारा, जनपद प्रतापगढ़ ने जनपद गया, बिहार प्रान्त के किसी व्यक्ति से रूपए 2,50,000/- में दिलवाया था। बजरंग बहादुर सिंह उर्फ सावंत स्वयं भी ए0टी0एम0/‘डेबिट कार्डों’ की ‘क्लोनिंग’ कर फर्जी तरीके से पैसे निकालने का धन्धा करता है। अभियुक्तों ने स्वीकार किया की इस तरह ‘फ्राड’ करके वह लोग अब तक लाखों रूपए का अवैध धन कमा चुके है।