खनन माफियाओं ने खोद दिए दफनाए शव

0
402

गंगा के किनारे बालू में दफनाए गए से दर्जनों शव

पौराणिक परियार घाट के निकट हो रहे अवैध खनन का ग्रामीणों ने किया विरोध

सुजीत सिंह

चकलवंशी। गंगा किनारे स्थित पौराणिक स्थल परियर में खनन माफियाओं ने करीब ढाई दर्जन कब्र खोद दी। इस घटना से इलाके के लोगों में आक्रोश है। श्मशानघाट पर दफन करने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है।

 कोर्ट द्वारा गंगा नदी में शवों को बहाने पर रोक लगा दी गई थी। तब से तमाम लोग शव  घाट के किनारे ही दफनाने लगे।

  वर्ष 2013 में दो सैकडा शव खुले में पड़े हुए देख कर ग्रामीणों ने शिकायत की जिसके बाद शवो के लिए परियर घाट पर श्मशानघाट के लिए भूमि चिन्हित कर लाखों रुपए की लागत से निर्माण कराया गया और वही पर शवों का अतिंम संस्कार होने लगा।  जिले के आला अधिकारियों द्वारा गंगा नदी में बालू खनन का पट्टे की स्वीकृति दी गई जिसके बाद खनन माफियाओं ने नियम कायदे को ताक पर रख दिया। ज्यादा से ज्यादा बालू निकालने के लिए जब चाहा जहां चाहा गंगा नदी की धारा मोड दी ।इस बार गंगा नदी में बाढ भी नहीं आयी। लेकिन खनन के कारण हुए बड़े बड़े गढ्ढो के चलते पानी का बहाव श्मशानघाट की ओर आ गया।  पानी से मिट्टी बह गयी। जिसका नतीजा है कि शव बाहर लटक रहे हैं ।एक बार फिर से जिले के आला अधिकारियों द्वारा एक सौ चार बीघा भूमि पर बालू खनन की स्वीकृति दी है।