सौ से अधिक संदिग्ध लोगों के मोबाइल सर्विलांस पर
दंगा नियंत्रण स्कीम लागू, अफवाह फैलाने वालों पर खास नजर
निशंक न्यूज।/कानपुर। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लखनऊ समेत अन्य शहरों में हो रही हिंसा के मद्देनजर शहर पुलिस और प्रशासन सतर्क हो गया है। कानपुर सहित आसपास के जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पूरा शहर सर्विलांस की जद में है। वहीं, सोशल मीडिया पर भी पुलिस की पैनी नजर है।
किसी भी तरह के भड़काऊ या आपत्तिजनक पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई
होगी। उपद्रवियों
पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने शहर के दो हजार से
अधिक लोगों को पाबंद किया है। पुलिस के आला अधिकारियों ने गुरुवार शाम से
लेकर रात तक क्षेत्रों में रूटमार्च किया।
एसएसपी अनंत देव ने बताया कि शहर के सौ से अधिक संदिग्ध लोगों
के मोबाइल सर्विलांस
पर लगाए गए हैं। ये लोग कभी न कभी किसी न किसी सामुदायिक विवाद में
शामिल रहे हैं। उनके कॉल रिकॉर्ड किए जा रहे हैं। अगर किसी भी तरह की भड़काऊ
बातें कर साजिश की गई, तो
उन पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने
संवेदनशील क्षेत्रों में 80
सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। आईटीएमएस से भी निगरानी की जा रही है। दंगा नियंत्रण
स्कीम लागू कर दी गई है। संवेदनशील
क्षेत्रों में फोर्स तैनात की गई है।
अफवाह फैलाई तो खैर नहीं
एसएसपी ने बताया कि खुफिया टीमें शहर भर में घूम रहीं हैं।
टीमें यह पता कर रही
हैं कि कौन अफवाह फैलाने का प्रयास कर रहा है। वहीं,
कई टीमें सोशल
मीडिया पर भी नजर रखे हुए हैं। एसएसपी के मुताबिक जिस किसी ने
भी अफवाह फैलाई, उस पर रासुका के तहत कार्रवाई होगी।
संवेदनशील क्षेत्रों में फोर्स तैनात
शहर को 62 सेक्टर
व 9 जोन
में बांटा गया है। जोन के प्रभारी मजिस्ट्रेट व सीओ को बनाया गया है जबकि सेक्टरों की
जिम्मेदारी इंस्पेक्टर व सब
इंस्पेक्टरों की है। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि
धारा 144 लागू
होने की वजह से किसी भी तरह की भीड़ इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। अगर
कोई ऐसा मिलता है तो उस पर कार्रवाई होगी। शहर में पीएससी 6 व आरएएफ की दो कंपनियां तैनात की गई हैं।
140 को हिरासत में ले चार घंटे बाद छोड़ा
गुरुवार दोपहर मंजूरी न मिलने के बावजूद परेड चौराहे पर
प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन
किया। ऐसे में पुलिस ने 140 लोगों
को हिरासत में लिया। हालांकि
चार घंटे बाद सभी को छोड़ दिया। किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान दें। अगर
कोई अफवाह फैलाता है तो पुलिस
को तुरंत सूचना दें। शांति व्यवस्था कायम रखें। पुलिस का सहयोग
करें।
मोहित अग्रवाल,
आईजी मोहित अग्रवाल