कानपुर की यादों में खो गए आरिफ मोहम्मद खान

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केरल के राज्यपाल ने साझा किए संस्मरण

सामाजिक संस्कार के लिए जनजागरण पर बल

निशंक न्यूज

कानपुर। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज कानपुर आकर पुरानी यादों में खो गए। महापुरुषों, दोस्तों, नेताओं, समाजसेवियों को याद किया तो नगर वासियों को नमन भी किया। साथ ही यह भी कहा कि सामाजिक संस्कारों के लिए जनजागरण जरूरी है।

श्री खान खलासी लाइन स्थित शास्त्री भवन में “लोक सेवक मंडल” की ओर से आयोजित गणेश शंकर विद्यार्थी स्मृति व्याख्यान में “कहां गए वे लोग, पत्रकारिता एक मिशन” विषय पर बोल रहे थे। मुख्य अतिथि के आसन से उन्होंने कहा कि “जो कुछ हूं, इस कानपुर की बदौलत हूं। जरनलगंज, किदवईनगर, तिलकनगर और घंटाघर सहित कई मोहल्लों में सभाएं की हैं। यहां जो प्यार और आत्मीयता मिली, उसे कैसे भूल सकता हूं। यहीं से संसदीय यात्रा शुरू हुई और निरंतर बढ़ता हुआ यहां खड़ा हूं।“ कभी रामकृष्ण परमहंस, कभी विवेकानंद, कभी राम, कभी कृष्ण, कभी महात्मा गांधी तो कभी गणेश शंकर विद्यार्थी का जिक्र करते हुए कहा कि इनके रास्ते पर चलेंगे तो आत्मज्ञान होगा और फिर यही ज्ञान जीवन को सार्थक करेगा। उन्होंने याद दिलाया कि गांधीजी ने कहा था कि यदि हमें गणेश शंकर विद्यार्थी जैसे पांच लोग मिल जाएं तो देश से सांप्रदायिकता को जड़ से मिटा देंगे।

इसके पहले वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री ने कहा कि यदि पत्रकार और संपादक चाह लें तो आज भी वे आम आदमी से जुड़ी खबरें प्रकाशित कर पत्रकारिता धर्म निभा सकते हैं। “अमर उजाला” के ए.वी.पी गणेश तिवारी ने आरिफ मोहम्मद खान से पुरानी याद साझा करते हुए कहा कि वह उनकी सीख आज भी नहीं भूले हैं। “दैनिक जागरण आई नेक्ट” के सीओओ आलोक सांवल ने पत्रकारिता पर अपने विचार रखे। गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक शिक्षा समिति के सचिव एवं दैनिक गणेश के संपादक कैलाश नाथ त्रिपाठी ने कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी कांग्रेस में रहते हुए पत्रकारिता में निर्भीक और निष्पक्ष रहे। कभी पत्रकारिता पर राजनीति भारी नहीं पड़ने दी। लोक सेवक मंडल के प्रमुख दीपक मालवीय ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए बताया कि संस्था पिछले 100 साल से सेवा कार्य में जुटी है। आगे भी अभियान चलता रहेगा।

आयोजन में इतिहासकार राम किशोर वाजयेयी, पत्रकार विशेष शुक्ला को सम्मानित किया गया। इस मौके पर विधायक महेश त्रिवेदी, विजय पांडे, वीएन सिंह, वरिष्ठ पत्रकार आदित्य द्वेदी, कुमार त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।