कब्र के पास धरने पर बैठा दुष्कर्म पीड़िता का परिवार

0
927

आरोपितों को फांसी और मुख्यमंत्री के गांव आने की जिद पर अड़ा परिवार

बुधवार तड़के कब्र पर पहुंचे स्वजन, नहीं मानी प्रशासन की मान मनौव्वल

प्रभात त्रिपाठी निशंक न्यूज़

उन्नाव : बिहार थाना क्षेत्र में मृतक रेप पीड़िता की कब्र पर स्वजन बेमियादी धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि जब तक उनसे मिलने का भरोसा देने मुख्यमंत्री नहीं आएंगे और आरोपितों को फांसी की सजा नहीं दी जाएगी। तब तक वह लोग धरने पर से नहीं उठेंगे। पीड़ित परिवार में मृतका की बहनें, पिता, मां और छोटे बच्चे भी शामिल हैं। पीड़ित परिवार बिना किसी शेड के खुले आसमान के नीचे कब्र के पास धरने पर है। जानकारी होने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया और एसडीएम, सीओ और नायब तहसीलदार ने मौके पर जाकर परिवार को समझाना चाहा लेकिन परिवार अपनी मांगों को लेकर जिद पर अड़ा है।

बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती भोर पहर रायबरेली जाने के लिए बैसवारा रेलवे स्टेशन के निकली थी। आरोप है कि गांव से करीब तीन सौ मीटर दूर स्टेशन के रास्ते में थी उसके द्वारा दुष्कर्म में आरोपित किए गए शिवम त्रिवेदी पुत्र हरिशंकर ने अपने साथियों के साथ उस पर केरोसिन छिड़क कर आग लगाकर भाग निकले थे। मृतका के स्वजनाें से लगातार सरकार, शासन और प्रशासन संपर्क में रहकर हर गतिविधि में साथ देने का प्रयास कर रहा है। इसके अलावा अन्य राजनीतिक दलों के आला नेता भी पीड़ित परिवार से मिलकर हर संभव मदद देने का आश्वासन दे चुके हैं। पीड़िता की बड़ी बहन का कहना था या तो फांसी दी जाय या हम सभी को मारकर बहन के पास दफन कर दिया जाय। अधिकारियों को इसकी सूचना मिलते ही एसडीएम दयाशंकर पाठक, सीओ एके राय, नायाब तहसीलदार सुजीत कुमार तिवारी पहुंच गए और समझाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने कहा कि आप सब से जो कमिश्नर साहब से बात हुई थी वह पूरी हो रही है। आरोपियों को सजा मिले इसके लिए भी विधिक कार्रवाई की जा रही है, जिससे न्यायालय से इनको दण्ड अवश्य मिले। पीड़िता की बहन ने कहा कि हम लोग अब एक बात भी नही मानेगे। अधिकारियों ने कहा कि चलो आप सबको लेकर मुख्यमंत्री से बात करा दूंगा। अपनी बात उनसे कह देना इस पर भी वह राजी नही हुई और कहा कि मुख्यमंत्री यही पर आए अब हम लोग वहा नहीं जाएंगे।

मृतका की कब्र को भी बनने से रोक
मृतका के पीड़ित स्वजनों ने उसकी कब्र बनाने के काम को ही रोक दिया था। वहां चल रहे पक्के काम को राेकते हुए उसकी ईंटे और सीमेंट मसाला आदि फेंक दिए थे। इस पर प्रशासन ने पीड़ित परिवार की संवदेनाओं को समझते हुए उनका कहा मानकर कब्र को जस का तस छोड़ दिया था। कब्र बनने देने की शर्त पर परिवार ने मृतका की बहन को नौकरी देने की मांग रखी थी। जिस पर प्रशासन ने कदम उठाते हुए नौकरी दिए जाने संबधित कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन ने मृतका की बहन से नौकरी से