— एडीजी प्रेम प्रकाश का पुराना अनुभव शहर की फ़िज़ा सुधारने के काम आया
विकास वाजपेयी
“मजहब नहीं सिखाता आपस मे बैर करना हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा……” सुप्रीम कोर्ट के राम मंदिर पर शनिवार को आये ऐतिहासिक फैसले के बाद की स्थित ने वैसे तो पूरे देश का सर दुनियां में उचा कर दिया है लेकिन कनपुरियों के साम्प्रदायिक सद्भाव के जज़्बे ने सबका दिल खुश कर दिया।
राम मंदिर मामले में सबसे ज्यादा असर हिंदी पट्टी में उत्तर प्रदेश को लेकर व्यक्त किया जा रहा था और जैसे ही शुक्रवार की शाम को देश के सबसे पुराने विवाद में फैसला आने की खबर आई तो उत्तर प्रदेश को हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। हालांकि सबकी निगाह कानपुर के माहौल को लेकर खासी गंभीर रही हैं उसका कारण भी रहा है कि साम्प्रदायिक तनाव के मामले में कानपुर बदनाम रहा है।
हालांकि इस अतीत के अनुभवों को दर किनार करते हुए शहर के नागरिकों ने गज़ब का धैर्य दिखाया है। करीब एक सप्ताह से हिन्दू और मुस्लिम आबादी में प्रतिष्ठित लोगों ने बैठक की पर्चे बांटे ताकि आपसी माहौल किसी भी कीमत में खराब न हो। तलाक मोहाल के मोहम्मद रफीक का कहना है कि इस बार नेताओ ने भी बड़ी संजीदगी से बयान दिए है और मुस्लिम क्षेत्र में लोगों ने सबसे मिलकर माहौल को बिगाड़ने न देने की कसमें खायी।

इस पूरे मामले में जहाँ लोगों ने गजब का धैर्य दिखाया है तो इन सबमें कानपुर के एडीजी प्रेम प्रकाश का कानपुर के पुराना अनुभव सब पर भारी दिखाई देता है। 2010 में जब अयोध्या जन्मभूमि विवाद पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आया था उस समय एडीजी प्रेम प्रकाश कानपुर शहर में पुलिस कप्तान के तौर पर तैनात थे और उस समय भी शहर का साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ने से सम्हालने की सबसे बड़ी चुनौती थी लेकिन प्रेम प्रकाश जी ने उस समय भी शहर की पुलिस के मूवमेंट को खुद देखा था । उस समय पुलिस कप्तान का अनुभव इस बार एडीजी के तौर पर बहुत ही खास रहा । सुबह से ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जमीनी स्तर पर मोर्चा सम्हाला और इस सब की निगरानी करने के लिए एडीजी ने अपने ऑफिस में न बैठ कर पूरे शहर में भ्रमण किया जिससे पूरी फोर्स का मनोबल उचा रहा। प्रेम प्रकाश जी ने कहा कि लगातार तीन दिन तक शहर में इसी तरह की गस्त और पुलिस की मूवमेंट सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि लोगो को अपने धार्मिक आयोजनों को पूरा करने का अधिकार है लेकिन सामूहिक रूप से यदि इस तरह की कोई भी कवायद होती है तो धारा 144 के तहत कार्यवाही की जाएगी किसी को भी माहौल बिगाड़ने की इजाजत नही दी जा सकती है।