शिकायत के बाद प्रशासन ने लिया सज्ञान
सर्दी की रात में घर वालो ने महिला को छोड़ा लावारिस
जिला प्रशासन कर रहा है घर वालो की खोज
प्रभात त्रिपाठी
निशंक न्यूज़ nishanknews.com
लगता है की माँ की ममता और दुलार किताबो और सोशल मीडिया के दस्तरखानो तक ही सीमित होकर रह गये है! वो लाचार और मजबूर थी और उसकी उम्र के इस पड़ाव में उसे किसी मजबूत सहारे की जरूरत थी. मगर यह क्या सहारा देने वाले ही उसे बीच चौराहे पर मरने के लिए अकेला छोड़ गये! आज कुछ ऐसा देखने को मिला कचहरी के चेतना चौराहे में एक बुजुर्ग महिला को परिवार के लोग अपनी चार पहिये गाड़ी से चुपचाप चोराहे के किनारे पर बैठा कर चले गये पर वो कुछ बोल नहीं पा रही थी तभी वहाँ दो समाजसेवी भी थे जिनका नाम गर्वित नारंग और प्रभात नागेंद्र त्रिवेदी था ! उन्होंने अपने मानवधर्म का पालन करते हुए इस मामले की पूरी जानकारी तुरंत जिलाधिकारी विजय विश्वास पन्त को दी. डीएम ने तुरंत इस मामले को अपने सज्ञान में लेते हुये सिटी मजिस्ट्रेट को इस मामले की जांच का आदेश दिया. और उसी समय सिटी मजिस्ट्रेट ने थाना कोतवाली के इंस्पेक्टर को फ़ोन करके तुरंत इस मामले की जांच करने और उस महिला को अपने आधीन लेने और मेडिकल जांच कराने का आदेश दिया. इस आदेश को प्राप्त करने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची और इस मामले की जांच शुरू की. यह पूरा मामला 40 से 45 मिनट में निपट गया. इस मामले में पुलिस ने जांच करी परन्तु महिला का मानसिक संतुलन सही न होने के कारण अभी तक कोई जानकारी प्राप्त नही हो पाई है! जिस कारण SDM के आदेश से उस महिला को नारी निकेतन भेज दिया गया