गाजियाबाद का मामला, पालतू खरगोश को भी मार डाला
गाजियाबाद के इंदिरापुरम के कृष्णा अपरा सफायर सोसायटी में मंगलवार सुबह एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। सोसायटी में सुबह चार शव बरामद किए गए। जिसके बाद वहां सनसनी मच गयी। मृतकों में एक महिला, एक पुरुष, करीब 15 साल के एक बेटे और एक लड़की शामिल है। जबकि एक महिला ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।अब कुल मिलाकर पांच लोगों की मौत हो चुकी है। घर में एक पालतू खरगोश था। वह भी मरा पाया गया है।
पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है। सुसाइड नोट में राकेश वर्मा नाम के एक शख्स को जिम्मेदार ठहराया गया है। खुदकुशी करने वाले परिवार के मुखिया का नाम गुलशन वासुदेवा है। उनकी पत्नी का नाम परवीन वासुदेवा है। बेटे का नाम रितिक (15 वर्ष) , बेटी का नाम कृतिका उर्फ किट्टू है। दूसरी महिला का नाम संजना है। संजना कारोबार में प्रबंधक के तौर पर काम करती थी।
पुलिस इस घटना को आर्थिक तंगी से जोड़कर देख रही है। पुलिस मान रही है कि गुलशन वासुदेवा ने पहले दोनों बच्चों और पत्नी को मारा। इसके बाद संजना के साथ आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। इंदिरापुरम की कृष्णा अपरा सफायर सोसायटी में यह पूरा परिवार आठवीं मंजिल पर रहता था। घर में पालतू खरगोश को भी खुदकुशी करने से पहले मार दिया गया।
साढ़ू ने की धोखाधड़ी
दिल्ली के झिलमिल में रहने वाले मृतक के परिजन यहां पहुंच गए हैं। खुद को भाई बताने वाले हरीश का कहना है कि संजना कारोबार में प्रबंधक के तौर पर काम करती थी। हरीश का कहना है कि गुलशन जींस का कारोबार करता था। कारोबार में दो करोड़ का नुकसान हुआ था। साढू ने धोखाधड़ी की है। साढू का नाम राकेश वर्मा है। उसका नाम सुसाइड नोट में लिखा गया है। सुसाइड नोट में सभी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
साहिबाबाद में रहता है साढ़ू
बताया जा रहा है कि आरोपित राकेश वर्मा साहिबाबाद के ही शालीमार गार्डन का रहने वाला है। पुलिस टीम उसका एड्रेस पता कर रही है। जल्द ही उसके घर छापेमारी कर गिरफ्तारी की जा सकती है। मृतक रितिक डीएवी श्रेष्ठ विहार दिल्ली में 9वीं का छात्र था। बेटी कृतिका के दोस्तों ने बताया कि उसने कल शाम को ही अपना फेसबुक और इंस्टाग्राम डिएक्टिवेट कर दिया था। उसका, उसकी मां का मोबाइल नम्बर भी बंद था। आज सुबह कॉल किया तो इंस्पेक्टर इंदिरापुरम ने फोन उठाया और घटना की जानकारी दी।
प्रबंधक थी संजना
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक महिला संजना गुलशन वासुदेवा के कारोबार में प्रबंधक का काम देखती थी। यह जानकारी मृतकों के परिजनों की तरफ से दी गई है। हालांकि पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान इस संबंध में नहीं दिया है। बताया जा रहा है कि कोलकाता में इनकी जींस जाती थी। वहां से भी भुगतान नहीं आया था।
दीवार पर नोट चिपकाया
आत्महत्या करने वाले परिवार ने मरने से पहले घर की दीवार पर पांच – पांच सौ के कुछ नोट और चेक चस्पा कर दिया। सुसाइड नोट में लिखा गया है कि इन पैसों से पूरे परिवार का अंतिम संस्कार कर दिया जाए। उनकी आखिरी इच्छा है कि सभी शवों का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाए।
फिलहाल पुलिस RWA के पदाधिकारियों और मृतक परिवार के मुखिया गुलशन वासुदेवा के भाई हरीश से पूछताछ कर और अधिक जानकारी जुटा रही है।