उपद्रिवियों की गिरफ्तारी के बाद बढ़ा तनाव !

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वेद गुप्ता

कानपुर । चमनगंज में सुबह पुलिस फोर्स के धरना स्थल पर पहुंचने से मुस्लिम महिलाओं का अचानक सड़क पर उतरना महज त्वरित नहीं रहा। शनिवार शाम को ही महिलाओं ने चौबीस घंटे धरना देने की रणनीति बना ली थी। संभव है कि सीएए के विरोध में हुए बवाल के तीन और आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर भी महिलाओं को गुस्सा भड़का है। पुलिस ने उपद्रव में शामिल रहे आरोपितों में अबतक 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में 20 दिसंबर को बाबूपुरवा में और अगले दिन 21 दिसंबर की शाम बेकनगंज के यतीमखाना में जमकर हिंसा हुई थी। बाबूपुरवा में वाहनों में आगजनी और यतीमखाना में चौकी फूंक दी गई थी। इस दौरान पथराव व गोली लगने से कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। पुलिस बाबूपुरवा मामले में अब तक पांच और यतीमखाना में सात आरोपितों को जेल भेज चुकी है।

तीन अन्य उपद्रवियों को भी रविवार को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया। इनकी पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की गई। गिरफ्तार एक आरोपित बाबूपुरवा और यतीमखाना उपद्रव में शामिल था, बाकी दो यतीमखाना में हुए उत्पात में लिप्त मिले हैं। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्र्रवाल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में ग्वालटोली के खलवा मछलीबाजार निवासी अफजल, बेकनगंज के पिंजड़े वाली गली निवासी आमिर और जावेद दूधवाला शामिल हैं।

विवेचक मो. शरीफ खान ने बताया कि आरोपितों के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल व लोकेशन निकलवाई गई तो ङ्क्षहसा के वक्त तीनों आरोपितों की घटनास्थल पर मौजूदगी सामने आई है। अफजल दोनों दिन हुई हिंसा में शामिल था। वहीं वीडियो फुटेज में भी उसकी फोटो कैद है।

शनिवार को ही चमनगंज स्थित मोहम्मद अली पार्क में पहुंचकर जिलाधिकारी व एसएसपी ने धरना खत्म कराया था, साथ ही महिलाओं व स्थानीय लोगों को सुरक्षा व सहयोग का भरोसा दिलाया था। इसके बावजूद पार्क में धरना फिर शुरू हो गया और रविवार को भी तमाम महिलाएं पहुंची और चौबीस घंटे धरने का ऐलान किया था।